Tokyo Paralympics: भारत को चौथा गोल्ड, प्रमोद भगत ने बैडमिंटन में जीता स्वर्ण पदक, मनोज सरकार को मिला कांस्य
टोक्यो पैरालंपिक में भारत को चौथा गोल्ड मेडल मिल गया है। प्रमोद भगत बैडमिंटन मेंस सिंगल्स एसएल3 इवेंट में चैंपियन बने। भारत के ही दूसरे शटलर मनोज सरकार ने बैडमिंटन मेंस सिंगल्स क्लास एसएल3 इवेंट में कांस्य पदक अपने नाम किया।
इस साल पैरालिंपिक में पहली बार खेले जा रहे बैडमिंटन में प्रमोद भगत ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। ब्रिटेन के डेनियल बेथेल को उन्होंने फाइनल में हराया। पैरालिंपिक में 4 गोल्ड, 7 सिल्वर और 6 कांस्य पदक भारत भारत जीत चुका है। यानी भारत के हिस्से में अब तक कुल 17 पदक आ चुके हैं। मेडल टैली में भारत 25वें नंबर पर पहुंच चुका है।
पीएम नरेंद्र मोदी ट्विटर पर लिखा, 'प्रमोद भगत ने पूरे देश का दिल जीत लिया है, वो चैंपियन हैं। उनकी कामयाबी लाखों लोगों को मोटिवेट करेगी.।उन्होंने जबर्दस्त दृढ़ संकल्प दिखाया. उन्हें बैडमिंटन में गोल्ड जीतने की बधाई। उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं।'
पैरालंपिक का 11वां दिन भारत के लिए शानदार रहा है। भारत को आज अभी तक दो स्वर्ण समेत चार मेडल मिले हैं। दिन की शुरुआत में ही भारत की झोली में निशानेबाजी से दो पदक आए। इसमें मनीष नरवाल ने स्वर्ण तो सिंहराज रजत पदक जीता। पुरुषों की 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा एसएच-1 स्पर्धा में मनीष ने गोल्ड मेडल जीता जबकि इसी स्पर्धा में सिंहराज अडाना ने बेहतरीन निशाना साधते हुए रजत पदक पर कब्जा किया। यह सिंहराज का टोक्यो पैरालंपिक में दूसरा पदक है।
इससे पहले भारत के पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी सुहास यतिराज एसएल-4 सिंगल्स स्पर्धा के फाइनल में पहुंच गए हैं। उन्होंने सेमीफाइनल मुकाबले में इंडोनेशिया के खिलाड़ी सेतियावान फ्रेडी को हराया। वहीं, कृष्णा नागर भी फाइनल में पहुंच गए हैं। हालांकि बैडमिंटन की एसएल-3-एसयू-5 स्पर्धा के मिक्स्ड डबल्स के सेमीफाइनल में प्रमोद भगत और पलक कोहली की जोड़ी को हार का सामना करना पड़ा है। अब भारतीय जोड़ी 5 सितंबर को कांस्य पदक के लिए खेलेगी।