संयुक्त विश्व कुश्ती संस्था ने भारतीय कुश्ती महासंघ को किया निलंबित, तिरंगे के नीचे नहीं खेल पाएंगे भारतीय पहलवान
यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) ने चुनाव कराने में देरी के मद्देनजर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। बता दें कि डब्ल्यूएफआई से जुड़े विवादों के कारण भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनावों में देरी हुई है।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से इस निलंबन की जानकारी साझा की है। सूत्रों ने कहा कि यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने यह फैसला इसलिए लिया क्योंकि डब्ल्यूएफआई निर्दिष्ट अवधि में "चुनाव कराने में विफल" रही।
गौरतलब है कि चुनाव मूल रूप से 12 अगस्त को होने वाला था। हालांकि, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के चुनावों पर 28 अगस्त तक रोक लगा दी है।
स्थगन आदेश हरियाणा कुश्ती संघ (एचडब्ल्यूए) द्वारा दायर एक याचिका के मद्देनजर आया, जिसमें हरियाणा एमेच्योर कुश्ती संघ को डब्ल्यूएफआई पोल में वोट डालने की अनुमति देने के कदम को चुनौती दी गई थी। भारत में कुश्ती की देखरेख करने वाले महासंघ के चुनाव शुरू में इस साल जून में कराने की योजना बनाई गई थी।
हालांकि, तत्कालीन भारतीय कुश्ती महासंघ प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन आरोपों को लेकर भारतीय पहलवानों के प्रदर्शन और कई राज्य इकाइयों के कानूनी मुकदमों के कारण चुनाव स्थगित करना पड़ा। भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा गठित एक तदर्थ समिति वर्तमान में भारतीय कुश्ती महासंघ के मामलों को चला रही है।
यौन उत्पीड़न के आरोपों पर पहलवानों के विरोध के बीच, यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने मई में चेतावनी दी थी कि यदि भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव निर्धारित अवधि के भीतर नहीं कराए गए तो, यह महासंघ को निलंबित कर सकता है।