गसी मोरान: अमेरिकी टेनिस खिलाड़ी, जिसकी ड्रेस ने ब्रिटेन की संसद में मचाया था हंगामा
दुनिया के सबसे पुराने टेनिस टूर्नामेंट विंबलडन की शुरुआत साल 1877 में साउथ वेस्ट लंदन में स्थित ऑल इंग्लैंड क्रॉकेट एंड लॉन टेनिस क्लब में हुई थी। यह एक निजी कल्ब था, जिसकी स्थापना 1868 में की गयी थी। साल 1884 में विंबलडन में पहली बार महिलाओं को खेलने का मौका मिला और इंग्लैंड की मोड एडिथ वॉटसन यह खिताब जीतने वाली पहली महिला बनीं। साल 1922 में प्रतियोगिता का आयोजन चर्च रोड स्थित टेनिस कोर्ट पर शुरू हुआ और तब से आज तक विंबलडन का आयोजन वहीं होता है।
140 साल के इतिहास में विंबलडन कई एेतिहासिक और रोचक घटनाओं का गवाह रहा है। लेकिन साल 1949 के विबंलडन में एक ऐसा वाकया हुआ जिसने टेनिस जगत में सनसनी मचा दी।
साल 1949 के अगस्त में विंबलडन आयोजित किया जाना था। इस प्रतियोगिता में अमेरिका में चौथी रैंकिंग वाली महिला टेनिस खिलाड़ी गसी मोरान भी हिस्सा ले रही थी। कैलिफोर्निया के सैंटा मैरीना में पैदा हुई गसी अमेरिका में यूएस इंडोर चैंपियनशिप में तीन खिताब (सिगल्स, डबल्स और मिकस्ड डबल्स) अपने नाम कर चुकी थी, जिसकी बदौलत वे अमेरिकी टेनिस रैंकिंग में चौथे स्थान पर पहुंच गईं।
विंबलडन से कुछ दिन पहले ब्रिटिश ड्रेस डिजाइनर टेड टिनलिंग को मोरान ने एक पत्र लिखकर अपने लिए एक ड्रेस डिजाइन करने का आग्रह किया। टेड एक टेनिस खिलाड़ी रह चुके थे और विंबलडन के खिलाड़ियों के लिए ड्रेस डिजाइन करते थे। इस पत्र में मोरान ने लिखा कि वे उनके लिए एक ऐसी ड्रेस डिजाइन करे जिसमें दोनों बाजू और स्कर्ट का रंग अलग-अलग हो। अपने पत्र में उन्होंने विंबलडन में पहनी जाने वाली पारंपरिक स्कर्ट से छोटी स्कर्ट बनाने का आग्रह किया जो घुटने से थोड़ा ऊपर तक हो। साथ ही स्कर्ट की मैचिंग के लेस लगे शार्ट निकर बनाने की बात पत्र में उन्होंने लिखी।
इस पत्र के जवाब में टेड ने मोरान को लिखा, “ क्या तुम्हारा दिमाग खराब है। विंबलडन में सिर्फ सफेद ड्रेस पहनकर ही खेला जा सकता है।” दरअसल, विंबलडन में खिलाड़ी सिर्फ सफेद ड्रेस पहनकर ही कोर्ट में उतर सकते है जो इस टूर्नामेंट की एक बहुत पुरानी परंपरा है।
इसके बाद टेड, मोरान के लिए विंबलडन के नियमों के अनुसार ड्रेस डिजाइन करने के लिए सहमत हुए। टेड ने मोरान के लिए एक टाइट फिटिंग ड्रेस डिजाइन की। इस ड्रेस मे एक जर्सी और छोटी स्कर्ट थी। इसके अलावा ओपन लैस लगे निकर (अंडरगारमेंट) भी था जो स्कर्ट के नीचे पहनने के लिए विशेष रुप से तैयार किया गया था। उस समय के हिसाब से यह ड्रेस पारंपरिक विंबलडन ड्रेस की तुलना में काफी बोल्ड और छोटी थी।
ड्रेस तैयार होने के बाद वो दिन आ गया था जब मोरान अपनी ड्रेस से विंबलडन कोर्ट में तहलका मचाने को तैयार थीं। जब मोरान विंबलडन के अपने पहले मैच में कोर्ट में उतरी तब तक किसी का भी ध्यान उनकी ड्रेस की ओर नहीं गया। उस वक्त उनकी ड्रेस भी बाकी महिला खिलाड़ियों की तरह ही दिखाई दे रही थी, लेकिन जैसे ही मैच शुरू हुआ उनकी ड्रेस के नीचे मौजूद लेस लगा निकर (अंडरगारमेंट) दिखाई देने लगा। हर एक शॉट पर उनकी स्कर्ट हवा में लहराती और उसके नीचे मौजूद अंडरगारमेंट सबका ध्यान अपनी ओर खींचने लगा।
विंबलडन देखने आये दर्शक और फोटोग्राफर ये दृश्य देख भौचक्के रह गये। सभी लोग खेल छोड़ मोरान की ड्रेस देखने लगे। फोटोग्राफर्स के बीच इस मोमेंट को कवर करने की होड़ मच गई और पूरे स्टेडियम में नए-नए एंगल से फोटो खींचने के लिए आपस में जद्दोजहद करने लगे।
मोरान भले ही इस मुकाबले के पहले राउंड में ब्रिटेन की बी वाल्टर से 3-6 से हार गईं लेकिन उनकी ड्रेस दर्शकों का ध्यान खींचने में कामयाब रही। अगले राउंड में वापसी करते हुए उन्होंने ये मैच अपने नाम कर लिया, लेकिन इस जीत से ज्यादा उनकी ड्रेस की चर्चा हो रही थी।
मैच के अगले दिन उनकी छोटी ड्रेस की ये फोटो दुनियाभर के अखबारों और पत्रिकाओं में पहले पेज पर छापी गई। वहीं टूर्नामेंट आयोजित कराने वाली संस्था ऑल इंग्लैंड क्रॉकेट एंड लॉन टेनिस क्लब ने गसी मोरान की ड्रेस पर नाराजगी जताते हुए उन पर जेंटलमैन गेम विंबलडन में नग्नता और फूहड़ता फैलाने का आरोप लगाया। कल्ब ने इस मामले को इतना उछाला कि इस पर ब्रिटेन की संसद तक में जोरदार बहस हुई।
इस मामले के तूल पकड़ने के बाद गसी मोरान बाकी के मैचों में अपनी ड्रेस की डिजाइन में मामूली सुधार कर कोर्ट में उतरी, लेकिन तब तक विंबलडन में पहनी उनकी ड्रेस टेनिस जगत में हंगामा मचा चुकी थी। अमेरिका की लाइफ मैग्जीन ने मोरान के फोटो को अपनी पत्रिका के कवर पेज पर जगह देते हुए लिखा- टेनिस जगत की ‘गोर्जियस गसी’। इस घटना के बाद विंबलडन ने टूर्नामेंट में छोटी ड्रेस पहनने पर बैन लगा दिया। साल 1951 में विंबलडन की घटना से सबक लेते हुए यूनाइटेड स्टेट्स टेनिस एसोसिएशन ने भी अमेरिकी ओपन में कुछ इसी तरह का ड्रेस कोड लागू कर दिया।
1949 के विंबलडन में मोरान भले ही एकल स्पर्धा में पहले मैच के बाद बाहर हो गईं लेकिन डबल्स में उन्होंने फाइनल तक का सफर तय किया और उपविजेता रहीं। मोरान की ड्रेस डिजाइन करने वाले टेड टिनलिंग ने टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि गसी कोई क्रांतिकारी नहीं थी। उन्होंने दो कारणों की वजह से वह ड्रेस पहनी थी। पहला यह कि वह टूर्नामेंट में अच्छा दिखना चाहती थीं। दूसरा, ताकि छोटी ड्रेस में शॉट खेलने में आसानी हो।
इस घटना के कई साल बाद मोरान ने विवादास्पद ड्रेस के लिए खेद व्यक्त करते करते हुए कहा था कि इस घटना के बाद जो हंगामा हुआ उसने विंबलडन के दौरान उनकी एकाग्रता को प्रभावित किया था। हालांकि उन्होंने इस बात को भी माना कि इस विवादास्पद ड्रेस प्रकरण ने उन्हें हमेशा के लिए एक सेलिब्रिटी बना दिया। 1947 के विंबलडन चैंपियन और अमेरिका के पूर्व टेनिस खिलाड़ी जैक क्रेमर ने साल 2002 में लास एंजेलिस टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में गसी मोरान को उस समय की टेनिस सुंदरी अन्ना कुर्निकोवा बताया था।
टेनिस से रिटायर होने के बाद मोरान ने कई सालों तक लास एंजेलिस और न्यूयार्क में रेडियो होस्ट के रुप में काम किया। उन्होंने एक टेनिस क्लोथिंग ब्रांड को भी लांच किया जो फ्लॉप रहा। मोरान ने तीन बार शादी की और सभी असफल रहीं। उनके कोई बच्चे भी नहीं थे। 1980 के दशक के आखिर में वे वित्तीय संकट से घिर गई। 16 जनवरी 2013 को 89 साल की उम्र में इस ग्लैमरस टेनिस स्टार की लास एंजेलिस में मौत हो गई।