जूनियर हॉकी विश्व कप : भारत क्वार्टर फाइनल में
भारत की तरफ से कप्तान हरजीत सिंह (11वें मिनट) और मनदीप सिंह (55वें मिनट) ने गोल किये जबकि दक्षिण अफ्रीका के लिये एकमात्रा गोल काइल लायन काचेट (28वें मिनट) ने दागा। भारत ने इस तरह से पूल में तीन जीत से नौ अंक लेकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनायी जहां उसका सामना गुरूवार को पूल सी से दूसरे स्थान पर रहे स्पेन से होगा।
शुरू में मैच एकतरफा लग रहा था क्योंकि भारत ने आक्रामक रवैया अपनाया जिससे दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पूरी ताकत गोल बचाने में लगा दी। भारत ने लगातार हमले किये लेकिन प्रतिद्वंद्वी टीम ने भी उनके प्रयासों को नाकाम करने में कसर नहीं छोड़ी।
भारत को आखिरी में 11वें मिनट में सफलता मिली जबकि कप्तान हरजीत ने मनप्रीत जूनियर के बायें छोर से बनाये गये मूव पर करारा शॉट लगाकर गोल किया। भारत ने इसके बाद भी दबाव बनाये रखा और इसके छह मिनट बाद उसे अपना पहला पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन हरमनप्रीत सिंह के शॉट को दक्षिण अफ्रीकी गोलकीपर सियावुया नोलुशुंगु ने बचा दिया।
पहले हाफ में अधिकतर समय बैकफुट पर रहने के बाद दक्षिण अफ्रीका ने 27वें मिनट में अपना पहला पेनल्टी कार्नर हासिल किया। काइल लायन काचेट ने भारतीय गोलकीपर विकास दहिया को छकाकर इस पर गोल करके स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया।
इसके एक मिनट बाद गुरजंत सिंह भारत को फिर से बढ़त दिलाने की स्थिति में पहुंच गये थे लेकिन करीब से जमाया गया उनका रिवर्स हिट बाहर चला गया। जब मध्यांतर के लिये आधा मिनट बचा हुआ था भारत ने दूसरा पेनल्टी कार्नर हासिल किया लेकिन हरजीत इस पर गोल करने से चूक गये। मध्यांतर तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर थी।
मध्यांतर के बाद भी भारत ने आक्रामक रवैया बरकरार रखा लेकिन 45 मिनट में उसने फिर से गोल करने का सुनहरा अवसर गंवाया। गुरजंत ने गेंद निकांत शर्मा को सौंपी जिनका करारा शाट गोलकीपर ने खूबसूरत तरीके से बचा दिया।
भारत के लगातार हमलों के फायदे से उसे 49वें मिनट में तीसरा पेनल्टी कार्नर मिला जिसे निकांत सही तरह से स्टाप नहीं कर पाये लेकिन दूसरे मौके पर रिवर्स शाट को दक्षिण अफ्रीकी गोलकीपर ने बहुत अच्छी तरह से उसे रोक दिया।
घरेलू दर्शकों के सामने जीत के लिये बेताब भारत ने 55वें मिनट में मनदीप के शानदार गोल से बढ़त बनायी। मनदीप ने हरजीत के सर्किल के बाहर मिले पास पर करारा शाट जमाकर उसे जाली में उलझाया।
दक्षिण अफ्रीका को हूटर बजने से तीन मिनट पहले स्कोर बराबर करने का सुनहरा अवसर मिला। उसने पेनल्टी कार्नर हासिल किया लेकिन वह इसे गोल में नहीं बदल पाया।
इस हार से दक्षिण अफ्रीका की क्वार्टर फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें भी समाप्त हो गयी क्योंकि उसे अपनी उम्मीदें जीवंत रखने के लिये इसमें जीत की दरकार थी। भारत के अलाव पूल डी से इंग्लैंड दूसरी सर्वश्रेष्ठ टीम के रूप में क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने में सफल रही। उसे अभी कल कनाडा के खिलाफ एक और मैच खेलना है।
भाषा