ओलंपिक खेलों में बरकरार रहेगा यह आत्मविश्वास : ओल्टमेंस
भारत ने चैम्पियंस ट्राफी में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए रजत पदक जीता। टीम फाइनल के पेनल्टी शूटआउट में आस्ट्रेलिया से 1-3 से हार गयी। ओल्टमैंस ने अपनी टीम के पहली बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने की प्रशंसा की। भारत ने नियमित समय में आस्ट्रेलिया को 0 -0 से बराबरी पर रखा।
कोच ने कहा, मैं अपनी टीम के प्रदर्शन से खुश हूं। हर मायने में फाइनल में उनका प्रदर्शन अद्भुत था। उन्होंने कहा, बतौर टीम हम जो कर रहे हैं, मैं उससे खुश हूं। हमारा प्रदर्शन प्रत्येक टूर्नामेंट के साथ बेहतर होता जा रहा है। कोई भी कोच भारत के ऐसे प्रदर्शन से खुश होगा। उन्होंने कहा, चैम्पियंस ट्राफी में हासिल किये गये इस आत्मविश्वास का इस्तेमाल हम रियो डि जिनेरियो ओलंपिक खेलों में बेहतर प्रदर्शन करने में करेंगे। ओल्टमैंस ने कहा कि जिस तरह से भारत ने खिताबी मुकाबले में प्रदर्शन किया, उससे उनका ओलंपिक में अच्छा खेल दिखाने का भरोसा और पुख्ता हो गया है। उन्होंने कहा, देखिये किस तरह से खिलाड़ियों ने फाइनल में अपने खेल में सुधार किया। हम आस्ट्रेलिया से लीग मैच में 2- 4 से हार गये थे, लेकिन यह प्रदर्शन इस मैच के एक दिन बाद का था।
उन्होंने कहा, जब आप फाइनल खेलते हो तो आप जीत दर्ज करना चाहते हो। हमारे पास मौके भी थे। कोच ने कहा, मैं रजत पदक से खुश हूं लेकिन बीती रात मैं शूटआउट कराने के तरीके से खुश नहीं था। भारत ने आस्ट्रेलिया को दूसरे शूटआउट में दोबारा शाट लगाने की अनुमति देने के फैसले के खिलाफ अपील की थी, जिसके कारण पदक वितरण समारोह भी रोक दिया गया और ज्यूरी के डेढ़ घंटे तक का समय लेने के बाद आस्ट्रेलिया को रिकार्ड 14वीं बार विजेता घोषित किया गया। ओल्टमैंस ने कहा, चैम्पियंस ट्राफी में सबसे बड़ी चीज हमारे खिलाडि़यों का अंतरराष्टीय मंच पर प्रदर्शन रहा।