Advertisement
16 September 2015

हॉकी इंडिया से विवाद निपटारे का इच्छुक है पाकिस्तान

 पीएचएफ के सचिव और जाने-माने ओलिंपियन शाहबाज अहमद ने कहा कि लीग में भागीदारी नहीं करना पाकिस्तानी खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा झटका है क्योंकि इससे उन्हें न तो अपने खेल में सुधार का मौका मिल पाएगा और न ही अच्छी कमाई हो सकती है। हालांकि पाकिस्तानी हॉकी कप्तान मोहम्मद इमरान ने कहा कि हॉकी इंडिया की माफी की मांग बचकानी है।

इमरान ने कहा, ‘उनकी माफी की मांग बचकानी है। जब यह घटना हुई थी, उसके बाद ही एफआईएच ने अपने उन दोनों खिलाड़ियों को प्रतिबंधित कर दिया था और शफकात रसूल को फटकार लगाई थी। इसने अपने खिलाड़ियों की करतूत भी स्वीकार कर ली थी इसलिए मामला वहीं खत्म हो गया था तो अब इसे क्यों तूल दिया जा रहा है।’

अहमद ने अपनी तरफ से कहा कि ठोस कदम उठाने की कोई जरूरत नहीं है और सभी मसले बातचीत से ही हल हो जाएंगे। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान अहमद ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि ठोस कदम उठाने से कोई मसला सुलझ सकता है। दोनों संघों के लिए सबसे अच्छा यही होगा कि आपस में बैठकर बात करें और मसले को सुलझाने का प्रयास करें।’

Advertisement

हॉकी इंडिया के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने सोमवार को बयान जारी कर कहा था कि मुझे भी पाकिस्तानी खिलाड़ियों की भागीदारी अच्छी लगती है लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी में उनका ऐसा दुर्व्यवहार रहा जिसके लिए उन्होंने घटना पर लिखित या किसी तरीके से खेद नहीं जताया। मैं इस मुद‍्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहता लेकिन इस तरह का व्यवहार अस्वीकार्य है। कम से कम उनकी तरफ से माफी तो मांगी ही जानी चाहिए। उनके इस बयान से साफ हो गया कि कोई भी पाकिस्तानी खिलाड़ी इस वर्ष के हॉकी इंडिया लीग में नहीं खेल पाएगा।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: PHF, Hockey India, HIL, शाहबाज अहमद, मोहम्मद इमरान, नरिंदर बत्रा
OUTLOOK 16 September, 2015
Advertisement