यौन उत्पीड़न के आरोप को सरदार सिंह ने खारिज किया
महिला खिलाड़ी ने अपनी शिकायत में यह भी आरोप लगाया है कि सरदार ने 2015 में उनकी इच्छाओं के खिलाफ गर्भपात कराने के लिए बाध्य किया था और उनके साथ शादी करने से इनकार किया था। इस महिला ने लुधियाना पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज की जिसमें उसने दावा किया कि चार साल पहले उसकी सरदार से सगाई हो गई थी। उसने आरोप लगाया कि सरदार ने उसे मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से प्रताडि़त किया।
सरदार ने कहा, ‘मैं उसे जानता हूं लेकिन यह कहना गलत होगा कि मैंने उसका शोषण किया।’ सरदार ने कहा कि ये गंभीर आरोप हैं और वह सही समय पर इसका जवाब देंगे क्योंकि इस समय वह मौजूदा हॉकी इंडिया लीग पर ही ध्यान लगा रहे हैं जिसमें वह जेपी पंजाब वारियर्स की टीम के कप्तानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, इस समय मेरा पूरा ध्यान मौजूदा एचआईएल पर लगा है। बीती रात के मैच के बाद मुझे आरोपों के बारे में पता चला। कल भी मेरा मैच है। यह गंभीर आरोप है। मैं रिपोर्ट देखूंगा और अपने वकील से सलाह लूंगा। मैं सारे सवालों का जवाब दूंगा लेकिन मुझे कुछ समय चाहिए।
सरदार से यह पूछने पर कि क्या उनकी इस ब्रिटिश महिला खिलाड़ी से सगाई हो चुकी है तो उन्होंने तपाक से इससे इनकार किया और कहा, ‘हमारे बीच ऐसा कुछ नहीं हुआ।’ लुधियाना पुलिस आयुक्त पी एस उमरानंगल को शिकायत में महिला ने इस अनुभवी मिडफील्डर पर मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से प्रताडि़त करने का आरोप लगाया। इस 21 वर्षीया महिला ने यह भी दावा किया कि सरदार से वह 2012 लंदन ओलंपिक के दौरान मिली थी। उन्होंने आरोप लगाया, हमारे बीच चार साल से रिश्ता था जिसके बारे में सभी को भारत में और विदेश में भी पता है। मैं उससे लंदन ओलंपिक के दौरान मिली थी और 2014 में हेग में विश्व कप के दौरान उसने मुझे प्रस्ताव दिया था। उसने मुझे अपने गांव आमंत्रित किया जहां सरदार और उसके परिवार ने सगाई की औपचारिकता की।
उन्होंने कहा, ‘इसके बाद 2015 के बीच में हमें अपने पहले बच्चे का पता चला। मैंने इसके बारे में उससे बात की तो उसने कहा कि मुझे माफ करना मैं इस बच्चे को नहीं चाहता और तुम्हें तुरंत गर्भपात करा देना चाहिए वर्ना मैं तुमसे बात नहीं करूंगा और कोई संपर्क नहीं रखूंगा। दबाव में आकर मैंने गर्भपात करा दिया क्योंकि वह मुझे धमका रहा था। इसके बाद सरदार ने मुझे छोड़ दिया।’ इस महिला खिलाड़ी ने कहा, ‘अब समय आ गया है जब मुझे बतौर महिला न्याय चाहिए। अगर सरदार में आत्म सम्मान है तो वह मुझे फोन करेगा और मेरे वकीलों से सपंर्क करेगा। मुझे भारत की कानून व्यवस्था पर पूरा भरोसा है।’