आईसीसी टी-20: हरभजन का रोहित को सुझाव, कहा- धोनी से लेनी चाहिए सलाह
रोहित शर्मा की टीम अगले महीने अमेरिका में अपने टी20 विश्व कप की शुरूआत करने वाली है। भारतीय क्रिकेट फैन्स लंबे समय से विश्व कप का सपना देख रहे हैं। भारत ने आखिरी बार 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी में आईसीसी खिताब जीता था। उस वक्त भारतीय टीम के कप्तानी का कमान महेंद्र सिंह धोनी के हाथ में था। उसके बाद से ही भारतीय टीम को बार-बार नॉक-आउट का सामना करना पड़ रहा है। इसका सबसे हालिया उदाहरण पिछले का साल का है जब भारत को ऑस्ट्रेलिया ने हरा दिया था़।
अगले महीने, विश्व कप के मुकाबलों की शुरूआत होनी है। इससे पहले भारत के पूर्व गेंदबाज हरभजन सिंह के पास भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के लिए कुछ सलाह है। सिंह का सुझाव है कि रोहित शर्मा को पूर्व भारतीय कप्तान एम एस धोनी से बात करनी चाहिए जिससे वो समझ सकें कि टीम के बाकी खिलाड़ियों को कैसे प्रशिक्षित करना है। धोनी टी20 विश्व कप खिताब जीतने वाले पहले कप्तान थे; उन्होंने कई मुश्किलों के बावजूद, 2007 में मार्की टूर्नामेंट के इनॉगरल एडिशन में भारत को खिताब दिलाया था।
हरभजन ने पिछले कैंपेन्स को याद करते हुए रोहित को सुझाव दिया कि वो कैसे यूएसए और वेस्ट इंडीज में होने वाले 2024 टूर्नामेंट में भारत की जीत की संभावना बढ़ाने के लिए धोनी के लीडरशिप स्किल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
हरभजन ने पुराने समय को याद करते हुए स्टार स्पोर्ट्स को बताया, “बहुत से लोग नहीं जानते होंगे, उस वक्त धोनी बिल्कुल नए कप्तान थे, इसलिए उन्हें टीम के सभी खिलाड़ियों के समर्थन की जरूरत थी। ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और इंग्लैंड जैसी टीमों के खिलाफ मैच से पहले, हमारा कोर ग्रुप खेल के दौरान अगले ओवर्स के लिए रणनीति बनाने के लिए इकट्ठा होता था। उदाहरण के लिए, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक मैच में, मैंने 17वां या 18वां ओवर फेंका क्योंकि अगर हम केवल 4 रन देने से बचा लेते तो इसका फायदा हमें आगे हो सकता था।”
हरभजन ने आगे कहा, "उस समय के बल्लेबाज आज की तरह एक ओवर में 25 रन नहीं बनाते थे। किसी भी निर्णय के लिए टीम के साथ बात की जाती थी। जब आप एकजुट टीम के रूप में एक साथ खेलते हैं, तो आप अधिक मैच जीतते हैं। धोनी सबकी सुनते थे, वो सभी से बात करके निर्णय लेते थे जिससे टीम को फायदा हो सके। वो किसी अकेले के प्रदर्शन के बारे में नहीं था, बल्कि 'हम' के रूप में खेलने के बारे में था।”
सिंह ने आगे कहा, “इसी तरह, अब सवाल यह है कि क्या रोहित शर्मा ऐसा कर सकते हैं? रोहित अकेला नहीं है; यह 'हम' के बारे में है। यदि हम व्यक्तिगत उपलब्धियों के बजाय टीम के सफलता की सोचकर एकजुट टीम के रूप में खेलें तो जीत सकते हैं। लेकिन अगर हम केवल व्यक्तिगत लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो चीजें मुश्किल हो जाएंगी। यह सब 'हम' मानसिकता के बारे में है और ऐसा करने से परिणाम अच्छे होते हैं।”
आपको बता दें कि भारत टी20 विश्व कप में अपने कैंपेन की शुरुआत 5 जून को करेगा। पहला मैच आयरलैंड के साथ है। वहीं, भारत और पाकिस्तान को मार्की टूर्नामेंट के शुरुआती चरण में एक साथ रखा गया है जिसका मुकाबला 9 जून को न्यूयॉर्क में होगा।
बीसीसीआई ने पिछले महीने टूर्नामेंट के लिए भारत की 15 सदस्यीय टीम की घोषणा कर दी है। टूर्नामेंट में हार्दिक पंड्या को रोहित शर्मा का डिप्टी बनाया गया था।