टोक्यो ओलंपिक 2020: कौन हैं अदिति, जो ओलंपिक में इतिहास रचने से हैं कुछ कदम दूर
टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत के लिए आज का दिन ऐतिहासिक हो सकता है। गोल्फ में भारतीय गोल्फर अदिति अशोक भारत के पहले पदक की दावेदार बनी हुई है। अदिति तीन राउंड के बाद 12 अंडर 201 के स्कोर के साथ अकेली दूसरे स्थान पर हैं। इसके अलावा अमेरिका की नैली कोरडा उनसे तीन स्ट्रोक्स आगे हैं। अदिति ने टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए मेडल की उम्मीदें बढ़ा दीं हैं।
अब तक अदिति ने तीसरे दौर में पांच बर्डी और दो बोगी बनाई, जिससे उनका कुल स्कोर 12 अंडर का हो गया और वह तालिका में दूसरे स्थान पर है। अमेरिका की नैली कोर्डा उनसे तीन स्ट्रोक्स आगे है जिन्होंने इस दौर में दो अंडर 69 स्कोर किया। अदिति के पास ओलिंपिक गोल्फ में देश के लिए पहला पदक जीतने का मौका है। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का अंदाजा है कि देश को उनसे पदक की उम्मीद है लेकिन वह इस दबाव को फिलहाल नहीं लेना चाहती है।
अदिति दुनिया में रैंक 200 पर है। अदिति का यह दूसरा ओलंपिक है। 2016 रियो उनका पहले ओलंपिक था। उस वक्त वह रियो ओलंपिक में पहुंचने वाले सबसे युवा गोल्फर थीं। हालांकि रियो ओलंपिक में उनका प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं रहा। उन्होंने उसमें 41वां स्थान हांसिल किया था। लेकिन, टोक्यो ओलंपिक में उनका प्रदर्शन काफी शानदार है। भारत के लिए कल यह टोक्यो में एक सरप्राइमज मेडल हो सकता है।
कौन है भारत की गोल्फर बेटी
बेंगलुरु की रहने वाली अदिति अशोक पांच साल की उम्र से गोल्फ खेल रही हैं। उन्हें इसके प्रति रुची आने की भी अलग ही कहानी है। वह एक बार अपने परिवार के साथ एक रेस्तरां में खाना खा रही थी। तब एक गोल्फ कोर्स से चीयर सुनकर वह इस खेल के लिए आकर्षित हुईं थी। अब वह भारत की सर्वश्रेष्ठ महिला गोल्फर कही जा सकती है। वह यूरोपियन टूर जीतने वाली पहली महिला गोल्फर है।