टोक्यो पैरालंपिक : राष्ट्रीय खेल दिवस पर भाविना पटेल ने रचा इतिहास, टेबल टेनिस में हासिल किया सिल्वर
भारतीय पैरा टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना पटेल ने टोक्यो पैरालंपिक में रजत पदक अपने नाम किया है। भाविना महिला एकल वर्ग 4 के फाइनल में चीन की झोउ यिंग से हार गईं। जिसके बाद उन्हें पैरालिंपिक खेलों में सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा। बता दें कि टोक्यो में चल रहे पैरालिंपिक खेलों में यह भारत का पहला पदक है। जिसके बाद यह खेल भारत के लिए अब अहम हो गया है।
टोक्यो पैरालंपिक में रजत पदक जीतने के बाद भारतीय पैरा टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना पटेल ने कहा, 'मैं बहुत खुश हूं कि पैरालंपिक में पहली बार पैरा टेबल टेनिस में पहली बार भारतीय महिला ने पदक जीतकर इतिहास रचा। मैं कोच को धन्यवाद देती हूं। मेरे रिश्तेदारों ने बहुत प्रेरित किया।'
उन्होंने आगे कहा, 'मेरे जितने भी चाहने वाले है उन्हें और सभी देशवासियों को यह मेडल समर्पित करना चाहती हूं। उनके सहयोग से मैं यहां नहीं पहुंच सकती थी।'
जापान में भाविना की जीत के बाद भारतीय पैरालंपिक समिति की अध्यक्ष दीपा मलिक ने कहा, 'भाविना पटेल के रजत पदक ने इतिहास रच दिया है और वो भी राष्ट्रीय खेल दिवस के दिन। मेरे लिए इससे बड़ी खुशी की बात क्या होगी कि एक महिला ख़िलाड़ी ने मेडल का खाता खोला है और वह महिला खिलाड़ी भी ऐसी, जो व्हील चेयर का इस्तेमाल करती है।'
टोक्यो पैरालंपिक में टेबल टेनिस में रजत पदक जीतने वाली खिलाड़ी भाविना पटेल के घर मेहसाणा में उनके परिवारजनों और रिश्तेदारों द्वारा पटाखे फोड़कर और गरबा कर जश्न मनाया जा रहा है।
भाविना के रजत पदक जीतने के बाद उनके पिता की खुशी का ठिकाना नहीं था। उनके पिता हसमुखभाई पटेल ने बताया, "उसने देश का नाम रोशन किया। वह गोल्ड मेडल नहीं लेकर आईं लेकिन हम रजत पदक से भी खुश है। वापस आने पर हम उसका भव्य स्वागत करेंगे।"
टोक्यो पैरालंपिक में टेबल टेनिस में रजत पदक जीतने पर भाविना पटेल को प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर बधाई दी। उन्होंने कहा, "भाविना पटेल ने इतिहास रचा। वे रजत पदक लेकर आईं हैं। उसके लिए बधाई। उनका जीवन प्रेरित करने वाला है और अधिक युवाओं को खेलों की ओर आकर्षित करेगा।"