मोहम्मद सिराज ने रचा इतिहास, विदेशी टेस्ट में 100 विकेट लेने वाले सातवें भारतीय तेज गेंदबाज बने
भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट मैच के दौरान इतिहास रच दिया। द ओवल मैदान पर खेले जा रहे इस मुकाबले में सिराज ने शनिवार को इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जाक क्रॉली को आउट करके अपने विदेशी टेस्ट मैचों में 100 विकेट पूरे कर लिए। इस उपलब्धि के साथ वे भारतीय तेज गेंदबाजों में 100 से अधिक विकेट लेने वाले सातवें खिलाड़ी बन गए हैं। सिराज ने पहली पारी में 4 विकेट लिए और दूसरी पारी में क्रॉली का विकेट लेकर यह मील का पत्थर हासिल किया।
31 वर्षीय सिराज ने इस मैच में पहली पारी में 16.2 ओवर फेंके और 86 रन देकर 4 विकेट लिए। दूसरी पारी में उन्होंने 3.5 ओवर फेंककर क्रॉली (19 रन) को पवेलियन भेजा। इस प्रदर्शन से उनके नाम 27 विदेशी टेस्ट मैचों में 100 विकेट हो गए। इससे पहले यह कीर्तिमान हासिल करने वाले अन्य भारतीय तेज गेंदबाजों में कपिल देव, जavagल श्रीनाथ, जहीर खान, ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह शामिल हैं। सिराज ने इस सीरीज में अब तक 19 विकेट लिए हैं, जो उन्हें इस टूर्नामेंट का सबसे सफल गेंदबाज बनाता है।
सिराज का यह प्रदर्शन भारतीय गेंदबाजी आक्रमण के लिए महत्वपूर्ण रहा, खासकर जब वे टीम के प्रमुख गेंदबाज के रूप में उभर रहे हैं। पहली पारी में उनके 4 विकेट ने इंग्लैंड को 247 रन पर रोकने में मदद की। दूसरी पारी में क्रॉली का विकेट लेने के साथ उन्होंने अपनी काबिलियत साबित की। उनके कोच और टीम मैनेजमेंट ने इस उपलब्धि की सराहना की है, जिससे सिराज का आत्मविश्वास और बढ़ेगा।
इस सीरीज में सिराज का प्रदर्शन लगातार प्रभावशाली रहा है। उन्होंने हर मैच में अपनी गेंदबाजी से प्रभाव छोड़ा, और विदेशी परिस्थितियों में उनकी सफलता ने उन्हें टीम का अहम हिस्सा बना दिया है। हालांकि, जसप्रीत बुमराह इंग्लैंड में सबसे अधिक विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज हैं, जिनके नाम 51 विकेट हैं, लेकिन सिराज की यह उपलब्धि उनकी क्षमता को दर्शाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि सिराज भविष्य में बुमराह के रिकॉर्ड को चुनौती दे सकते हैं।
भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर सिराज की तारीफ की और उन्हें 'हैदराबाद एक्सप्रेस' कहकर संबोधित किया। उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है। टीम इंडिया के लिए यह उपलब्धि नई ऊंचाइयों की ओर इशारा करती है, और सिराज का यह सफर प्रेरणा का स्रोत बन गया है।