जसप्रीत बुमराह के प्रबंधन पर सवाल, पूर्व कप्तान ने कहा- आईपीएल देश से बड़ा नहीं!
भारत और इंग्लैंड के बीच एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का अंत 2-2 की बराबरी के साथ हुआ। इस रोमांचक टेस्ट सीरीज में मोहम्मद सिराज ने पांच टेस्ट मैचों में अपनी मेहनत और जुनून से सभी का दिल जीत लिया। विशेष रूप से अंतिम टेस्ट में, सिराज ने दूसरी पारी में पांच विकेट लेकर भारत को छह रनों से रोमांचक जीत दिलाई। लेकिन चर्चा का केंद्र रहे जसप्रीत बुमराह, जिन्होंने कार्यभार प्रबंधन के कारण केवल तीन टेस्ट खेले। इस निर्णय ने क्रिकेट प्रेमियों के बीच बहस छेड़ दी।
पूर्व भारतीय कप्तान दिलीप वेंगसरकर ने बुमराह के इस फैसले पर सवाल उठाए और कहा कि उन्हें आईपीएल 2025 को छोड़कर टेस्ट सीरीज को प्राथमिकता देनी चाहिए थी। वेंगसरकर का मानना था कि बुमराह को मुंबई इंडियंस के मालिक मुकेश अंबानी और खुद बुमराह को समझाना चाहिए था कि देश के लिए खेलना आईपीएल से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, “अगर मैं चयनकर्ता होता, तो मैं अंबानी और बुमराह को मनाता कि टेस्ट सीरीज के लिए बुमराह का पूरी तरह फिट होना जरूरी है।”
बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में सभी पांच टेस्ट खेले, लेकिन सिडनी टेस्ट में पीठ में ऐंठन के कारण वह चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर हो गए। इसके बाद उन्होंने मुंबई इंडियंस के लिए आईपीएल में वापसी की, लेकिन शुरुआती कुछ मैच छोड़े। वेंगसरकर ने जोर देकर कहा कि टेस्ट क्रिकेट की महत्ता आईपीएल से अधिक है। उन्होंने याद दिलाया कि कोई भी आईपीएल में लिए गए विकेट या बनाए गए रनों को याद नहीं रखता, लेकिन सिराज की मेहनत, शुभमन गिल, केएल राहुल, यशस्वी जायसवाल और रिषभ पंत की बल्लेबाजी को हमेशा याद किया जाएगा।
वेंगसरकर ने यह भी कहा कि बुमराह को दोष नहीं दिया जा सकता, क्योंकि उनकी पीठ की सर्जरी हाल ही में हुई थी, और उनका स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है। फिर भी, उन्होंने अफसोस जताया कि अगर बुमराह पूरी सीरीज खेलते, तो भारत शायद जीत जाता। बुमराह का देश के प्रति समर्पण निर्विवाद है, लेकिन उनकी फिटनेस और कार्यभार प्रबंधन हमेशा चर्चा का विषय बना रहता है।