भारतीय निशानेबाजों ने जूनियर विश्व चैंपियनशिप में दो कांस्य पदक जीते, शीर्ष पर बरकरार
भारतीय राइफल और पिस्टल निशानेबाजों ने पेरू के लीमा में आईएसएसएफ जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में अपनी-अपनी 10 मीटर मिश्रित टीम स्पर्धाओं में दो कांस्य पदक जीते।
अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ की प्रतियोगिता के दूसरे दिन कांस्य पदक जीतने के साथ ही भारत के पदकों की संख्या पांच हो गई (दो स्वर्ण और तीन कांस्य)।
राइफल निशानेबाजों ने पहला स्थान प्राप्त किया तथा गौतमी भनोट और अजय मलिक ने 30-30 शॉट के बाद 628.9 का संयुक्त स्कोर बनाकर 34 जोड़ियों के बीच तीसरा स्थान प्राप्त किया।
इस प्रदर्शन ने उन्हें चौथे स्थान पर रहने वाली क्रोएशियाई जोड़ी अनामारिजा तुर्क और डार्को टोमासेविक के साथ कांस्य पदक के लिए योग्य बना दिया, जिसे उन्होंने 17-9 से जीत लिया।
चीन ने फाइनल में फ्रांस को हराकर प्रतियोगिता का पहला स्वर्ण जीता। दूसरी भारतीय जोड़ी, अभिनव शॉ और शांभवी क्षीरसागर, 628.1 के स्कोर के साथ छठे स्थान पर रही।
मिश्रित पिस्टल स्पर्धा में दोनों भारतीय जोड़ियां क्वालीफिकेशन में क्रमशः तीसरे और चौथे स्थान पर रहीं, जिससे उनके बीच कांस्य पदक के लिए मुकाबला तय हो गया।
अंत में लक्षिता और परमोद ने कनिष्क डागर और मुकेश नेलावली को 16-8 से हराकर जीत हासिल की। जर्मनी ने स्वर्ण पदक जीता जबकि यूक्रेन ने रजत पदक जीता।
यह लक्षिता का प्रतियोगिता में दूसरा पदक था, इससे पहले उन्होंने शनिवार को एयर पिस्टल टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।