ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप में भारतीय शटलरों को मिलेगा कठिन ड्रॉ
भारतीय शटलरों, जिनमें पी वी सिंधु और साइना नेहवाल शामिल हैं, को ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप में कठिन ड्रॉ सौंपा गया है, जहां देश ने पिछले 18 वर्षों में एक भी खिताब नहीं जीता है और खिताब जीतने का सपना पूरा करने के लिये उन्हें कड़ी मेहनत करनी होगी।
सिंधु और साइना से बंधी उम्मीद
ओलंपिक और विश्व चैम्पियनशिप की रजत पदक विजेता सिंधु, जो पिछले साल यहां सेमीफाइनल में पहुंची थीं, इस बार दक्षिण कोरिया के सुंग जी ह्यून के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेंगी, जबकि इंडोनेशिया मास्टर्स चैंपियन साइना स्कॉटलैंड की क्रिस्टी गिल्मौर से वर्ल्ड टूर सुपर 1000 टूर्नामेंट के पहले दौर में भिडेंगी, जो यहां 6 मार्च से शुरू होगा। सिंधु और साइना दोनों वर्तमान में सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में खेल रही हैं और प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के लिए यहां से सीधे बर्मिंघम जाएंगी।
सिंधु को ह्यून से रहना होगा सावधान
सिंधु को ह्यून के खिलाफ सतर्क रहना होगा, जिसने पिछले साल उसे हांगकांग ओपन में हराया था। अगर वह ह्यून से आगे निकल जाती है, तो भारतीय खिलाड़ी का क्वार्टर फाइनल में तीसरी सीड चेन युफेई से सामना होगा।
दुनिया की नं-1 से होगी साइना की भिंड़त
पूर्व विश्व नं-1 साइना, जो 2015 में ऑल इंग्लैंड फाइनल में पहुंची थी, ने नए सत्र में मलेशिया मास्टर्स में सेमीफाइनल और इंडोनेशिया में खिताबी जीत के साथ अच्छी शुरुआत की। लेकिन लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता की दुनिया की नं-1 चाईना खिलाड़ी ताई ज़ू यिंग से सामना करने की उम्मीद है। साइना ने ताई के खिलाफ अपने पिछले 11 मुकाबलों को गंवा दिया था, जिसमें पिछले सीजन में वे चोटिल भी थी।
इंडोनेशिया मास्टर्स फाइनल के दौरान घुटने की चोट के कारण स्पेन के तीन बार के विश्व चैंपियन कैरोलिना मारिन के बाद अब भारतीय जोड़ी को भी अपने मौके की एक उम्मीद सी जगी होगी।
पुरुष एकल में किदांबी श्रीकांत की होगी परिक्षा
पुरुष एकल में, किदांबी श्रीकांत, जो अपने टखने की एक छोटी सी समस्या के कारण सीनियर नेशनल से चूक गए थे, शुरुआती दौर में फ्रेंचमैन ब्राइस लेवरडेज़ से भिड़ेंगे। क्वार्टर फाइनल में संभावना है कि वे विश्व के नं-1 केन्टो मोमोटा से भिडेंगे। सातवीं वरीयता प्राप्त भारतीय पिछले सीजन में मोमाटा से पांच बार हार गए थे। वर्ल्ड टूर फाइनल में सेमीफाइनल में पहुंचने वाले समीर वर्मा, पूर्व विश्व ने-1 डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसेन के खिलाफ अपना अभियान शुरू करेंगे। अन्य लोगों में, बी साई प्रणीत और एच एस प्रणय शुरूआती राउंड में एक दूसरे से सामना करेंगे और विजेता का इंडोनेशिया के एंथोनी जिनटिंग से मुकाबला होगा।
महिला युगल के मैच
अश्विनी पोन्नपा और एन सिक्की रेड्डी की भारतीय महिला युगल जोड़ी, शिहो तनाका और कोहारू योनेमोतो की सातवीं वरीयता प्राप्त जापानी जोड़ी से भिड़ेंगी, जबकि मेघना जक्कमपुदी और पुरीविशा राम रूस की एकातेरिना बोलतोवा और अलीना दावलेटोवा के खिलाफ उतरेंगी।
पुरुष युगल के मैच
पुरुष युगल में, राष्ट्रीय चैंपियन मनु अत्री और बी सुमेथ रेड्डी पहले दौर में चीन के ओयू ज़ियानी और रेन जियानग्यु से भिड़ेंगे।
पिछली बार 2001 में एक भारतीय ने ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप जीती थी, वर्तमान राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद ने, जबकि प्रकाश पादुकोण 1980 में प्रतिष्ठित ताज जीतने वाले देश के पहले व्यक्ति थे।