फ्रेंच ओपन में टेनिस की शेरनी की क्या यह हसरत होगी पूरी
पिछले साल अमेरिकी ओपन में विंसी ने सेमीफायनल में पहला सेट हारने के बाद सेरेना को शिकस्त दी और इस साल ऑस्ट्रेलियन ओपन के फायनल में कर्बर ने सेरेना को हराकर खिताब जीत लिया। लाल बजरी में तीन बार खिताब जीत चुकी सेरेना यहां इस बार कोई चूक करना नहीं चाहेंगी। सेरेना ने 21 ग्रैंडस्लैम खिताब अपने नाम किये हैं जिसमें से केवल तीन फ्रांस में आये हैं, पहला 2002 में, फिर लंबे अंतराल बाद 2013 में और तीसरा पिछले साल 2015 में मिला है। सेरेना उम्र के बढ़ने के बावजूद बेहतर टेनिस खेल रही हैं। पिछले दो तीन सालों में काफी खिताब जीते हैं। उन्होंने दो विम्बलडन खिताब, 2012 से 2014 तक तीन लगातार अमेरिकी ओपन खिताब, पेरिस में फ्रेंच ओपन और 2015 में आॅस्ट्रेलियन ओपन अपने नाम किया। सेरेना फ्रेंच ओपन में अपने अभियान की शुरूआत स्लोवाकिया की दुनिया की 76वें नंबर की खिलाड़ी मागडालेना रेबारिकोवा के खिलाफ करेंगी। अमेरिकी स्टार खिलाड़ी ने कहा कि वह किसी दबाव में नहीं है। सेरेना ने कहा, ‘मुझे लगता है कि अब यह अलग है, क्योंकि मैं और ज्यादा खिताब जीतना चाहती हूं लेकिन मुझे यह भी लगता है कि मुझे अब किसी को कुछ साबित नहीं करना, यह एक बिलकुल अलग अहसास है।’ उन्होंने कहा, ‘जबकि पांच, 10 साल पहले मुझे लगता था कि ओह, मैं अपने खिताब का बचाव कर रही हूं और मेरे उपर दबाव रहता था। अब इस तरह है कि अरे मैं बचाव कर रही हूं, मैं पेरिस में हूं, मैं खेल रही हूं। मैं सिर्फ यहां आकर खुश हूं।’ दो बार की विजेता मारिया शारापोवा डोपिंग के कारण बाहर ही हैं, इसलिये सेरेना को यूरोप से जर्मनी की एंजेलिक कर्बर, दो बार की विम्बलडन चैम्पियन चेक गणराज्य की पेत्रा क्वितोवा, 2014 में फाइनल में पहुंची रोमानिया की सिमोना हालेप, पोलैंड की एग्निस्का रादवांस्का और बेलारुस की विक्टोरिया अजारेंका से चुनौती मिलने की उम्मीद है। लेकिन उनकी साथी अमेरिकी मैडिसन कीज से भी उन्हें कड़ी चुनौती मिल सकती है।