Advertisement
06 April 2020

लॉकडाउन में युजवेंद्र ने छोड़ी क्रिकेट, इस टूर्नामेंट में की ऑनलाइन शिरकत

File Photo

शतरंज मास्टर से क्रिकेटर बने युजवेंद्र चहल ने रविवार को फिर से अपने पुराने खेल पर वापस लौटे। उन्होंने चेस डॉट कॉम द्वारा आयोजित ऑनलाइन ब्लिट्ज टूर्नामेंट में हिस्सा लिया और इस दौरान उन्होंने कहा कि इसी खेल ने उन्हें क्रिकेट के मैदान पर संयमित होना सिखाया। पूर्व राष्ट्रीय अंडर-12 शतरंज चैम्पियन चहल ने विश्व युवा शतरंज चैम्पियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व किया था और वह विश्व शतरंज महासंघ की वेबसाइट में भी शामिल है। उनकी ईएलओ रेटिंग 1956 है।

‘शतरंज ने मुझे संयम बरतना सिखाया’

भारतीय क्रिकेटर चहल ने टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ग्रैंडमास्टर अभिजीत गुप्ता और अंतरराष्ट्रीय मास्टर राकेश कुलकर्णी से बातचीत की। उन्होंने कहा, “शतरंज ने मुझे संयम बरतना सिखाया। क्रिकेट में आप भले ही अच्छी गेंदबाजी कर रहे हो, लेकिन आपको शायद विकेट नहीं मिलें। इसी तरह एक टेस्ट मैच में आपने दिन में भले ही अच्छी गेंदबाजी की, लेकिन विकेट नहीं मिले हों, लेकिन आपको अगले दिन वापस आकर गेंदबाजी करनी होती है। इसलिए आपको संयमित होना जरूरी होता है। शतरंज ने इसमें मेरी काफी मदद की है। मैंने धैर्यक के साथ बल्लेबाज को आउट करना सीखा।”     

Advertisement

इस वजह से चुना क्रिकेट

चहल से शतरंज की बजाय क्रिकेट को चुनने के फैसले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनकी क्रिकेट में ज्यादा दिलचस्पी थी। भारत के लिए 52वनडे और 42 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके चहल ने कहा, “मुझे शतरंज और क्रिकेट के बीच चयन करना था। मैंने अपने पापा से बात की और उन्होंने कहा कि तुम्हारी मर्जी है। मेरी क्रिकेट में ज्यादा दिलचस्पी थी तो मैंने इसे चुना। अगर आईपीएल हो रहा होता तो वह विराट कोहली की अगुआई वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर में खेल रहे होते।”

लॉकडाउन के समय में परिवार के साथ बिता रहे समय 

चहल अभी वह लॉकडाउन के समय में परिवार के साथ समय बिता रहे हैं। उन्होंने कहा, “मुझे परिवार के साथ समय बिताने का ज्यादा समय नहीं मिलता। कई साल के बाद मैं घर पर हूं। मैं अपने परिवार के साथ समय बिता रहा हूं। यह अच्छा और नया अनुभव है। मैं देर रात सोता हूं और सुबह देर से उठता हूं और शाम में परिवार के सदस्यों के साथ समय बिताता हूं।” उन्होंने कहा कि उनके आदर्श महान लेग स्पिनर शेन वॉर्न हैं और जब भी संभव होता है वह शतरंज देखते हैं और ऑनलाइन गेम खेलते हैं।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: Yazvendra chaha, l goes back to old passion, chess taught, patience on cricket field
OUTLOOK 06 April, 2020
Advertisement