टोक्यो ओलंपिक: कौन हैं कमलप्रीत, जिसने डिस्कस थ्रो के फाइनल में जगह बनाकर जगाई मेडल की उम्मीद
टोक्यो ओलंपिक 2020 के डिस्कल थ्रो प्रतियोगिता में भारत की कमलप्रीत कौर ने अपने प्रदर्शन से सभी को चौंका दिया है। उन्होंने अपना शानदार प्रदर्शन कर फाइनल में जगह बना ली है। यदि कमलप्रीत ऐसे ही खेलती रही तो एथलेटिक्स में मेडल लाने वाली पहली भारतीय बन जाएंगी। भारत को कमलप्रीत कौर से उम्मीद जगा दी है।
भारत की कमलप्रीत कौर ने डिस्कस थ्रो के ग्रुप बी में 60.29 के थ्रो के साथ शुरुआत की है। कमलप्रीत कौर ने अपने दूसरे अटेंप्ट में 63.97 मीटर की दूरी का थ्रो किया और अब अपने ग्रुप में दूसरे स्थान पर पहुंच गई हैं। सीमा पूनिया के मुकाबले कमलप्रीत काफी अच्छा खेल दिखाया। कौर ने अपने आखिरी अटेंप्ट में 64.00 मीटर की दूरी का थ्रो किया। इस थ्रो के साथ ही उनका आगे जाना तय हो गया वहीं सीमा पूनिया बाहर हो गई है। एथलेटिक्स में कमलप्रीत कौर ने डिस्क्स थ्रो के फाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया है।
कौन हैं कमलप्रीत कौर
कमलप्रीत कौर पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब जिले के बाद गांव की रहने वाली हैं। वह खुद बताती हैं कि वह पढ़ाई में अच्छी नहीं थी जिसके बाद उनके कोच ने उनसे एक राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कहा था। उस दौरान उन्होंने ठीक ठाक प्रदर्शन कर उस प्रतियोगिता में चौथा स्थान हांसिल किया था। पढ़ाई में कमजोर होने के कारण उन्हें लगा कि उन्हें खेल पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। उनके खेल में सपनों की शुरुआत उसी दौरान हुई थी।
कमलप्रीत के खेल की शुरुआत
कमलप्रीत कौर अपने खेल के प्रति साल 2014 में गंभीर हुई थी। उनकी शुरुआती प्रैक्टिस भारतीय खेल प्राधिकरण केंद्र में उनके गांव में हुई थी। कड़ी मेहनत और उनके जोश के बाद वह 2016 में अंडर-18 और अंडर-20 राष्ट्रीय चैंपियन बनी।
साल 2019 में दोहा में हुए एशियाइ एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में उन्होंने 5वां स्थान हालिस किया था। उन्होंने डिस्कल थ्रो में 65 मीटर बाधा पार की और ऐसा करने वाली पहली महिला बनीं।