पीएम मोदी के नेतृत्व में राजनीति की नई गाथा लिख रहे सीएम धामी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी विकास के साथ राजनीति की नई गाथा लिख रहे हैं। राज्य में उपचुनाव और स्थानीय चुनाव में एक तरफा पार्टी को विजयश्री दिलाने का रिकॉर्ड दर्ज कराने के बाद अब मुख्यमंत्री लोकसभा की पांचों सीटों पर बड़े अंतर से परचम लहराने के मिशन में जुटे हुए हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री धामी ने जनवरी से लेकर अब तक 13 जिलों में करीब 85 छोटे बड़े कार्यक्रम पूरे कर लिए हैं। जबकि अभी मतदान से पहले तक कई बड़े कार्यक्रम प्रस्तावित हैं। इसी का नतीजा है कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री धामी के विकास के विजन से प्रभावित होकर राज्य में आधी कांग्रेस भाजपा में शामिल हो गई। यह सिलसिला अभी भी जारी है।
उत्तराखंड के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी यूं ही लोकप्रियता के शिखर पर नहीं है। देश के सबसे युवा मुख्यमंत्री के साथ कम समय में धाकड़ फैसले और बड़े निर्णयों से उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर जो लोकप्रियता बनाई है, उसके सभी कायल हैं। खासकर कम उम्र में राजनीति के मैदान में बेहद सादगी और सूझबूझ से मुख्यमंत्री धामी अपने फैसलों से लगातार परचम लहरा रहे हैं। राज्य में पंचायत, निकाय और उप चुनाव में रिकॉर्ड मतों से पार्टी प्रत्याशियों की जीत दर्ज कराने में उन्होंने राज्य में नई गाथा लिखी है। अब लोकसभा के आम चुनाव में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उनकी रणनीति जगजाहिर है। खासकर राज्य की पांचों लोकसभा सीट पर गढ़वाल, कुमाऊं और मैदानी मतदाताओं को साधने में मुख्यमंत्री ने जनवरी से ही कार्यक्रम शुरू कर दिए थे। मुख्यमंत्री ने युवाओं को रोजगार और मातृशक्ति को सम्मान दिए जाने जैसे कार्यक्रम से जनवरी माह से एक तरफा चुनावी माहौल बना दिया था। आचार संहिता लगी तो मुख्यमंत्री धामी और जोश के साथ चुनाव मैदान में उतरे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने एक दिन में 3 से 4 कार्यक्रम कर अब तक करीब 51 जनसभाएं, रोड शो, कार्यकर्ता मिलना कार्यक्रम पूरे कर लिए हैं। जबकि अभी कई बड़े चुनावी कार्यक्रम तय हैं। मुख्यमंत्री धामी ने सुबह से लेकर देर शाम तक गढ़वाल के सीमांत मोरी, भटवाड़ी, घनसाली से लेकर जोशीमठ, थराली, कोटद्वार, हरिद्वार मंगलौर से कुमाऊं के धारचूला, टनकपुर और बागेश्वर तक नारी वंदन कार्यक्रम कर मातृशक्ति को सम्मान दिया है। जबकि विभिन्न परीक्षाओं में पास युवाओं को मेहनत और प्रतिभा के लिए हाथोंहाथ नियुक्ति पत्र देकर सम्मानित किया है। यही नहीं मुख्यमंत्री धामी ने इस बीच बड़े निर्णय और फैसले लेकर राष्ट्रीय राजनीति में खासी पहचान बनाई है। इसका नतीजा है कि लोकप्रियता के शिखर पर धामी के सभी कायल हो गए। परिणाम राज्य में लोकसभा चुनाव में विपक्षी पार्टी के बड़े दिग्गज नेताओं में प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में धामी सरकार के विजन पर भाजपा में शामिल होने की होड़ मच गई। विपक्षी नेताओं का यह निर्णय न केवल उत्तराखंड बल्कि बड़े राज्यों की राजनीति में भी लोकप्रियता की मिसाल के रूप में देखा जा रहा है। बहरहाल देवभूमि में मोदी -धामी की जोड़ी से विकास की नई इबारत तो लिखी जा रही थी, लेकिन अब राजनीति के मैदान में नई पटकथा का आगाज हो गया है।