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15 November 2025

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में 15 नवंबर को नर्मदा जिले में जनजातीय गौरव दिवस का राष्ट्रीय स्तर का उत्सव

जनजातीय नायकों के शौर्य तथा अमूल्य योगदान को सम्मानित करने के लिए समग्र देश में जनजातीय गौरव वर्ष मनाया जा रहा है। आगामी 15 नवंबर 2025 को केन्द्र सरकार द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाई जाएगी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में गुजरात के नर्मदा जिले में जनजातीय गौरव दिवस के राष्ट्रीय स्तर के उत्सव का आयोजन किया गया है। नर्मदा के डेडियापाडा में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में राज्य के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के करकमलों से केन्द्र तथा राज्य सरकार के 9,700 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों की भेंट दी जाएगी।

इस राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री देवमोगरा धाम में माताजी की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लेंगे। सतपुडा पर्वतमाला में स्थित यह धाम आदिजाति समाज के लोगों की श्रद्धा का केन्द्र है। प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र तथा गुजरात के आदिजाति कलाकार परंपरागत परिवेश में उनका स्वागत करेंगे।

9,700 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों की भेंट

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गुजरात की विकास यात्रा को सुदृढ़ बनाने के लिए इस उत्सव के हिस्से के रूप में केन्द्र सरकार की ओर से 7,667 करोड़ रुपए तथा राज्य सरकार की ओर से 2,112 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की भेंट दी जाएगी। इस दिन शाम को भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर आधारित नाट्य प्रस्तुति का आयोजन एकता नगर में किया गया है। इस समारोह का सीधा प्रसारण राज्य के आदिजाति जिलों की 23 तहसीलों में किया जाएगा। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सभा को संबोधित भी करेंगे।

राज्य सरकार की ओर से शिलान्यस्त होने वाले विकास कार्य

  • सड़क एवं भवन विभाग : मोवी-डेडियापाडा रोड, अवधा-तुतरखेड रोड, बारडोली-महुवा रोड का फोर लेनिंग, वडोदरा-डभोई रोड पर रोड ओवरब्रिज कम लेवल क्रॉसिंग (आरओबीएलसी), हांसपोर-अब्रामा-अमलसाड रोड पर एरू चौराहे के पास मेजर ब्रिज का पुनर्निर्माण, नेनपुर-हलधरवास-बार मुवाडा रोड का चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण, सुरखाय-अनावल-भिनार रोड और सिंधरोट-शेरखी-कोयली रोड को फोर लेन करने का कार्य।
  • शहरी विकास विभाग : वडोदरा के खानपुर में मल्टीएक्टिविटी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण, कोयली टीपी स्कीम में भूमिगत ड्रैनेज नेटवर्क, आणंद के खंभात में जलापूर्ति योजना तथा सूरत में महाराणा प्रताप जंक्शन (लिंबायत जोन) में फ्लाई ओवरब्रिज का निर्माण।
  • स्वास्थ्य विभाग : पंचमहाल के हालोल में 100 बेड की क्षमता वाला सब डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल।
  • जल ससाधन विभाग : वडोदरा में वाघोडिया में आजवा सरोवर पर बांध का निर्माण।

राज्य सरकार की ओर से लोकार्पित होने वाले विकास कार्य

  • सड़क एवं भवन विभाग : डांग में वघई-सापुतारा रोड, तापी में पुनः सतहीकृत उच्छल-नीझर रोड।
  • जलापूर्ति विभाग : छोटा उदेपुर में हांडोद तथा रोझकुवा में जलापूर्ति योजनाओं के अंतर्गत कार्य।
  • ग्रामीण विकास विभाग : प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) अंतर्गत समग्र राज्य में 61,125 आवासों का लोकार्पण।
  • शहरी विकास विभाग : नवसारी महानगर पालिका में मॉडर्न टाउन हॉल।
  • खेल, युवा एवं सांस्कृतिक गतिविधियाँ विभाग : नर्मदा में स्मार्ट ग्रीन तहसील लाइब्रेरी।

केन्द्र सरकार के विकास कार्य 

केन्द्र सरकार की ओर से आदिजाति मामलों के मंत्रालय द्वारा समग्र देश में 7,667 करोड़ रुपए मूल्य की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया जाएगा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के करकमलों से 4 विकास कार्यों का शिलान्यास तथा 6 विकास कार्यों का लोकार्पण किया जाएगा।

शिलान्यस्त होने वाले विकास कार्य

3,777 करोड़ रुपए की लागत से 190 आश्रम शालाओं, 50 एकलव्य मॉडल रेजीडेंशियल स्कूलों, 14 ट्राइबल मल्टी मार्केटिंग केन्द्रों तथा 748 किलोमीटर रोड कनेक्टिविटी (6 किलोमीटर के ब्रिज के साथ) परियोजनाओं का शिलान्यास किया जाएगा।

इन विकास कार्यों का लोकार्पण होगा

समग्र आदिजाति क्षेत्रों में पीएम जनमन तथा धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान (डीएजेजीयूए) अंतर्गत 1 लाख पक्के आवासों, 10 हजार घरों में नल कनेक्शनों, 228 मल्टी पर्पज सेंटर्स, 42 एकलव्य मॉडल रेजीडेंशियल स्कूलों, असम के डिब्रूगढ़ में असम मेडिकल कॉलेज में 1 सेंटर ऑफ कम्पीटेंस तथा मणिपुर के इम्फाल में ट्राइबल रिसर्च इंस्ट्यूट के लिए प्रशासनिक-सह-प्रशिक्षण भवन।

250 बसों को फ्लैग ऑफ तथा महत्वपूर्ण घोषणाएँ

इसके अतिरिक्त; कार्यक्रम में महत्वपूर्ण घोषणाएँ की जाएंगी। आदिजाति विकास विभाग अधीनस्थ पंचवर्षीय टीएएसपी योजना, राजपीपळा में बिरसा मुंडा विश्वविद्यालय में आदिजाति भाषाओं के संवर्धन के लिए श्री गोविंद गुरु चेयर, स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य के आदिजाति क्षेत्रों में 108 सेवाओं के लिए एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट एवं बेसिक लाइफ सपोर्ट व्हीकल तथा खेल, युवा एवं सांस्कृतिक गतिविधियाँ विभाग द्वारा ग्रीन लाइब्रेरी की घोषणा की जाएगी। इस अवसर पर 250 बसों को फ्लैग ऑफ किया जाएगा।

गुजरात में रथयात्रा द्वारा मनाया जा रहा है जनजातीय गौरव वर्ष

गुजरात में जनजातीय गौरव वर्ष के उत्सव के हिस्से के रूप में मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में जनजातीय गौरव रथयात्रा का आयोजन किया गया है। राज्य के 14 आदिजाति जिलों में आयोजित ये रथयात्रा दो रूट (उमरगाम से एकता नगर तथा अंबाजी से एकता नगर) पर शुरू हो चुकी है, जिसका समापन 13 नवंबर, 2025 को एकता नगर में किया जाएगा। अब तक इस रथयात्रा में 5 लाख 94 हजार से अधिक लोग अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल हुए हैं। कार्यक्रम के दौरान 82 स्वास्थ्य शिविरों, 51 सेवा सेतु कार्यक्रमों, सफाई कार्यक्रमों, स्कूल-कॉलेजों में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है। आदिजाति जिलों के अलावा राज्य के 20 अन्य जिलों में भी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों में भगवान बिरसा मुंडा के जीवन तथा योगदान के विषय में जागरूकता लाई जा रही है।

एकता नगर में पैवेलियन का उद्घाटन

जनजातीय गौरव वर्ष 2025 मनाए जाने के हिस्से के रूप में गत 1 नवंबर, 2025 को एकता नगर में भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर राष्ट्रीय स्तर की एक दिवसीय संगोष्ठि का आयोजन किया गया। इसके अतिरिक्त; मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल के करकमलों से श्री बिरसा मुंडा के जीवन पर आधारित झाँकी एवं प्रदर्शनी के पैवेलियन का उद्घाटन किया गया है। आदिजाति समाज की परंपरागत हस्तकला तथा व्यंजनों के प्रोत्साहन व विक्रय के लिए लगाए गए 10 स्टॉल्स का भी मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन किया गया।

भगवान बिरसा मुंडा एक व्यक्ति नहीं, अपितु एक परंपरा हैं : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है, “भगवान बिरसा मुंडा ने समाज के लिए जीवन समर्पित किया। उन्होंने अपनी संस्कृति तथा अपने देश के लिए प्राणों का परित्याग किया। इस कारण वे आज भी हमारी आस्थाओं में, हमारी भावनाओं में उपस्थित हैं। इसी कारण मैं जब भी देश के विकास में आदिवासी समाज को देखता हूँ, तब मुझे भगवान बिरसा मुंडा का चेहरा दिखाई देता है। हम सबके लिए भगवान बिसा मुंडा एक व्यक्ति नहीं, अपितु एक परंपरा हैं। सदियों से वे भारत की आत्मा का हिस्सा हैं। जिस समय हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद के विरुद्ध मानवता की आवाज बन रहे थे, लगभग उसी समय बिरसा मुंडा गुलामी के विरुद्ध एक अध्याय लिख चुके थे।”

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TAGS: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, डेडियापाडा आयोजन, गुजरात, जनजातीय गौरव वर्ष 2025
OUTLOOK 15 November, 2025
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