प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत संकल्प को विकसित गुजरात के निर्माण से साकार करने में राज्य सरकार का प्रशासन तथा कर्मयोगी नींव समान हैं : मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल
मुख्यमंत्री ने राज्य में 7 से 15 अक्टूबर तक मनाए जा रहे विकास सप्ताह अंतर्गत गांधीनगर में स्पीपा के 36 करोड़ रुपए की लागत से नवनिर्मित प्रशिक्षण भवन का लोकार्पण किया
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल
- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कर्मचारियों को कर्मयोगी बना कर जनहित के कार्यों में अपनत्व की संवेदना जगाई है
- सरकार के विभिन्न विभागों में अनेक कर्मयोगी स्वयं इनीशिएटिव्स लेकर जनता के कार्य सरलता से पूर्ण कर ‘मेरा है और मुझे करना है’ के भाव से कार्यरत हैं
- जनता, प्रशासन तथा जनप्रतिनिधियों के साथ मिल कर कार्य करें, तो कैसे अच्छे परिणाम मिल सकते हैं; इसका उदाहरण गुजरात ने चक्रवात की आपदा के दृढ़ प्रतिकार से प्रस्तुत किया है
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने स्पष्ट मत व्यक्त किया है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने विकसित भारत का जो संकल्प किया है, उसे विकसित गुजरात के निर्माण से साकार करने में राज्य सरकार का प्रशासन व कर्मयोगी नींव समान हैं।
श्री पटेल ने इस संदर्भ में कहा कि प्रधानमंत्री ने सुशासन एवं जन कल्याणकारी योजनाओं से लोगों का विश्वास अर्जित किया है और इसीलिए देश की जनता ने उन्हें तीसरी बार प्रधानमंत्री पद का दायित्व सौंपा है। ऐसी जन कल्याणकारी योजनाओं व सुशासन की नीति-रीतियों के लाभ लोगों तक, आम आदमी तक सुव्यवस्थित ढंग से पहुँचाने में कर्मचारियों का योगदान महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल गांधीनगर में सरदार पटेल लोक प्रशासन संस्थान (स्पीपा) के 36 करोड़ रुपए की लागत से 7563 वर्ग मीटर क्षेत्र में नवनिर्मित ‘गांधीनगर परिसर’ का बुधवार को लोकार्पण कर रहे थे।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2001 में 7 अक्टूबर को गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाल कर गुजरात के विकास का आलेखन बदलने की सफल शुरुआत की थी। इस सुशासन की सफलता के 23 वर्ष का जश्न राज्यभर में 7 अक्टूबर से विकास सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने इस विकास सप्ताह अंतर्गत विभिन्न विकास कार्यों के लोकार्पण-शिलान्यास की श्रृंखला में स्पीपा के नवनिर्मित अत्याधुनिक भवन का बुधवार को गांधीनगर में लोकार्पण करने के साथ अहमदाबाद स्थित स्पीपा परिसर में निर्मित होने वाले नए ऑफिसर्स हॉस्टल भवन का ई-शिलान्यास भी किया।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री राज कुमार, प्रशासनिक सुधार एवं प्रशिक्षण प्रभाग के प्रधान सचिव तथा स्पीपा के महानिदेशक श्री मोहम्मद शाहिद व उप महानिदेशक श्री विजय खराडी सहित स्पीपा के वरिष्ठ अधिकारी और प्रशिक्षु कर्मयोगी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हमेशा जनता के जीवन के अच्छे व भले की चिंता तथा आकांक्षा की है। इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री ने सबको साथ रख कर चलने का और सबका साथ-सबका विकास का जो कार्य मंत्र दिया है, वह प्रशासन तथा जनप्रतिनिधियों के बीच सुचारु समन्वय से साकार हुआ है।
श्री पटेल ने कहा कि जनता, प्रशासन और जनप्रतिनिधि साथ मिल कर यदि कार्यरत रहें, तो कैसे अच्छे परिणाम मिल सकते हैं, इसका उदाहरण हमने चक्रवात की कठिन स्थिति से सुरक्षित बाहर आकर प्रस्तुत किया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने सरकारी कर्मचारियों को कर्मयोगी बनाया है और जनहित के कार्यों में उनकी संवेदना जगा कर उनमें जनता के साथ अपनत्व का भाव उजागर किया है।
श्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि सरकार के विभिन्न विभागों में सेवारत अनेक कर्मयोगियों ने भी अपनी तरह से इनीशिएटिव्स लेकर जनहित के कार्यों को सरलता से पूरा कर ‘मेरा है और मुझे करना है’ का भाव प्रेरित किया है।
उन्होंने अपेक्षा व्यक्त की कि जब स्पीपा जैसे उच्च प्रशिक्षण संस्थानों से कर्मयोगियों का क्षमता निर्माण हुआ है, तब ऐसे संस्थान से मिली सीख को धरातल पर उतारने में ये कर्मयोगी निरंतर कर्तव्यरत रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि सरकार के सभी विभागों के कामों की महत्ता है। किसी भी विभाग में सेवारत अधिकारी-कर्मयोगी स्वयं को सौंपे गए कार्य या कर्तव्य को निष्ठा से निभा कर जनहित के कार्यों द्वारा विकसित गुजरात का निर्माण करेंगे।
मुख्य सचिव श्री राज कुमार ने प्रासंगिक संबोधन में कहा कि सरदार पटेल लोक प्रशासन संस्थान का यह भवन केवल सीमेंट-कंक्रीट से बना भवन नहीं है, बल्कि इस भवन में राज्य सरकार के कर्मयोगियों को विभिन्न प्रकार का प्रशिक्षण देकर उनमें नागरिक सेवा भाव को उजागर किया जाता है। गुजरात सरकार के अनुभवी व प्रशिक्षित उच्चाधिकारी भी कर्मयोगियों को सरलता से प्रशिक्षण दे सकें, इसके लिए गांधीनगर में इस नए भवन का निर्माण किया गया है।
उन्होंने जोड़ा कि गांधीनगर में स्पीपा का नया केन्द्र शुरू होने से गांधीनगर के आसपास स्थित अनेक राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के निपुण प्राध्यापकों को भी विजिटिंग फैकल्टी के रूप में प्रशिक्षण देने के लिए आने में सुगमता रहेगी।
गांधीनगर में स्पीपा परिसर के इस नवनिर्मित भवन में 190 लोगों की बैठक व्यवस्था से युक्त एसेम्बली हॉल, 100 लोगों की बैठक व्यवस्था से युक्त सेमिनार हॉल, 50 लोगों की बैठक क्षमता वाले 3 स्किल डेवलपमेंट रूम, 4 फैकल्टी रूम, 3 डिस्कशन रूम आदि सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई हैं। इसके अलावा, 30 कमरों की निवास व्यवस्था और केंटीन व रिक्रिएशन एरिया आदि सुविधाएँ भी इस भवन में की गई हैं।
स्पीपा के महानिदेशक श्री मोहम्मद शाहिद ने सभी का स्वागत करते हुए स्पीपा के कार्यों व उपलब्धियों की विस्तार से जानकारी दी। स्पीपा के उप महानिदेशक श्री विजय खराडी ने आभार व्यक्त किया।
इस कार्यक्रम में गांधीनगर जिला कलेक्टर श्री मेहुल दवे, स्पीपा व राज्य सरकार के विभिन्न अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे, जबकि लगभग 5000 प्रशिक्षु कर्मयोगी भी वर्चुअल माध्यम से इस कार्यक्रम से जुड़े।