केंद्रीय मंत्री श्री जे.पी. नड्डा और मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने राजकोट में तिरंगा यात्रा का शुभारंभ किया
राजकोट के रेसकोर्स से शुरू हुई तिरंगा यात्रा में शामिल हुए हजारों नागरिक। महानुभावों ने महात्मा गांधी और सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डाः-
- देश के स्वतंत्रता संग्राम में गुजरात का बड़ा योगदान
- अमृत काल में नागरिक भारत को 2047 तक विकसित बनाने में अपना श्रेष्ठ योगदान देने का संकल्प करें
- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेलः-
- सभी देशवासियों को एकसूत्र में बांधता है तिरंगा
- प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए ‘मेरी माटी, मेरा देश’ और ‘तिरंगा यात्रा’ जैसे अभियानों ने नागरिकों के बीच ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना को मजबूत किया
- जन-जन में राष्ट्रभक्ति की भावना को मजबूत बनाने के लिए शुरू किया गया ‘हर घर तिरंगा’ महाअभियान घर-घर तक पहुंचा
गांधीनगर 10 अगस्त: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा, गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल ने शनिवार को राजकोट के रेसकोर्स मैदान पर हजारों लोगों के उमंग-उत्साह और देशभक्ति से सराबोर माहौल के बीच तिरंगा यात्रा का शुभारंभ किया।
खेल, युवक सेवा और सांस्कृतिक गतिविधियां विभाग, गांधीनगर और राजकोट महानगर पालिका की ओर से ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के अंतर्गत आयोजित ‘तिरंगा यात्रा-2024’ में बड़ी संख्या में नागरिक शामिल हुए।
सभी महानुभावों ने सर्वप्रथम रेसकोर्स के पास स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और बाद में जनसभा को संबोधित किया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, “गुजरात तपस्वी, संतों-महंतों, समाज सुधारकों, स्वतंत्रता सेनानियों और वीरों की भूमि है, जिसकी मिट्टी से हमें प्रेरणा मिलती है। मैं इस भूमि को नमन करता हूं। यह कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि यह भूमि हमारी आंतरिक चेतना को प्रज्वलित करती है।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज यहां हर ओर तिरंगा लहरा रहा है, इसे देखकर हमें स्वतंत्रता संग्राम का कालखंड याद आ रहा है। स्वतंत्रता की लड़ाई में गुजरात का बड़ा योगदान रहा है। गुजरात के महात्मा गांधी और सरदार वल्लभभाई पटेल के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। गुजरात के सपूत और देश के वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आजादी के अमृत काल में देश को 2047 तक विकसित बनाने का स्वप्न देखा है और उसे साकार करने का संकल्प लिया है।
उन्होंने युवाओं से वीरों-शहीदों के बलिदान और आजादी के संघर्ष के इतिहास को याद रखने की अपील करते हुए कहा कि हमें यह आजादी आसानी से नहीं मिली है। हजारों वीरों और शहीदों ने बलिदान दिया है तथा लाखों परिवारों ने अपना सुख-चैन त्याग कर दिन-रात देखे बिना मां भारती की आजादी के लिए संघर्ष किया है।
श्री नड्डा ने 9 अगस्त, 1942 को महात्मा गांधी के उद्घोष ‘अंग्रेजों भारत छोड़ो’ का उल्लेख करते हुए कहा कि जन-जन की आवाज बन गए उस आंदोलन ने अंग्रेजों को कड़ी चुनौती दी थी। उसके बाद कई आंदोलन हुए और तब जाकर देश आजाद हुआ।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। देश की आजादी के लिए अनेक वीर जवानों ने अपना बलिदान दिया था। आज सरहद पर तैनात सुरक्षा बलों के जवान देश की सीमाओं को सुरक्षित रखते हैं, जिसके कारण हम शांति और सुरक्षा के वातावरण में जी रहे हैं। ऐसे में, एक नागरिक के रूप में हमारा भी यह कर्तव्य है कि भारत को वर्ष 2047 तक विकसित बनाने के लिए इस अमृत काल में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने का संकल्प लें, यही तिरंगा यात्रा की सच्ची सफलता होगी।
उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब दुनिया के बड़े देशों की अर्थव्यवस्थाएं डगमगा रही हैं, तब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से छलांग लगाते हुए दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। तिरंगा यात्रा में हम सभी यह संकल्प लें कि देश को अगले 3 वर्षों में दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे।
उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत के विकास का उल्लेख करते हुए कहा कि ऑटोमोबाइल क्षेत्र में भारत जापान को पीछे छोड़कर तीसरा अग्रणी देश बन गया है। वहीं, आज भारत अपनी मोबाइल फोन मांग का 97 फीसदी स्थानीय स्तर पर उत्पादन करता है। किसी समय भारत को रक्षा उपकरणों के मामले में पूरी तरह से आयात पर निर्भर रहना पड़ता था, लेकिन आज भारत बुलेटप्रूफ जैकेट सहित अन्य सैन्य उपकरणों का निर्यात करता है। उन्होंने सभा में उपस्थित युवा पीढ़ी और बच्चों से कहा कि देश को विकसित बनाने में आप सभी का योगदान महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने राजकोटवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता पर्व को जनआंदोलन बनाने के लिए देश को ‘हर घर तिरंगा’ और ‘तिरंगा यात्रा’ का विचार दिया है। देश के गौरव तिरंगे की गरिमा को कायम रखने के इस अवसर पर राजकोटवासियों के उत्साह की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि हमारा तिरंगा सभी देशवासियों को एक सूत्र में बांधता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए ‘मेरी माटी, मेरा देश’, ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ और ‘तिरंगा यात्रा’ जैसे अभियानों ने नागरिकों के बीच ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना को मजबूत करने में सफलता हासिल की है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जन-जन में राष्ट्रभक्ति के भाव को और अधिक मजबूत करने के लिए शुरू किया गया यह अभियान अब घर-घर तक पहुंच गया है।
मुख्यमंत्री ने इस पावन अवसर पर स्वराज हासिल करने के लिए अग्रणी भूमिका निभाने वाले हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को हृदयपूर्वक वंदन करते हुए कहा कि राष्ट्रीय चेतना के प्रेरक प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह देश को सुराज्य के साथ-साथ विकसित बनाने की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी नागरिक राष्ट्रभक्ति के साथ इस यादगार पर्व में सहयोगी बने।
राजकोट की महापौर श्रीमती नयनाबेन पेढडिया ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में नागरिकों में राष्ट्रभाव जगाने के उद्देश्य से ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के अंतर्गत इस तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया है। राजकोट मनपा स्थायी समिति के अध्यक्ष श्री जममीन ठाकर ने स्वागत भाषण दिया।
अभी देश भर में चल रहे ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत सभी गणमान्य व्यक्तियों का पौधे भेंट कर स्वागत किया गया।
जनसभा के बाद सभी महानुभावों ने तिरंगा यात्रा को रवाना किया और हाथ में तिरंगा लेकर रेसकोर्स से जुबली गार्डन तक यात्रा में शामिल हुए, जहां उन्होंने महात्मा गांधी जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
यात्रा मार्ग पर जगह-जगह संगीत की धुनों, परम्परागत नृत्यों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से यात्रा का स्वागत किया गया। तिरंगा यात्रा के मार्ग पर लोगों ने पुष्प वर्षा कर राष्ट्रीय ध्वन के प्रति अपना आदर-सम्मान व्यक्त किया।
तिरंगा यात्रा के आरंभ होने से पहले बहुमाली भवन में बनाए गए मुख्य मंच पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति लोगों के आकर्षण का केंद्र रही। कणबी रास, मांडवी, मणियारो रास, बेडा नृत्य, पांचाल का डोका रास, नळकांठा के पढारो के मंजीरा रास, डांगी नृत्य, ढाल-तलवार नृत्य, मिश्रा रास, छोटाउदेपुर का राठवा नृत्य, मालधारियों का गोफ रास, गरबा और चोरवाड़ के टिप्पणी नृत्य ने लोगों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल, राज्य के कृषि मंत्री श्री राघवजीभाई पटेल, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्रीमती भानुबेन बाबरिया, कर्नाटक के पूर्व राज्यपाल श्री वजुभाई वाला, पूर्व मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रवीणाबेन रंगाणी, सांसद सर्वश्री परषोत्तमभाई रुपाला, केसरीदेवसिंह झाला, विनोदभाई चावड़ा, रामभाई मोकरिया, विधायक सर्वश्री उदयभाई कानगड़, डॉ. दर्शिताबेन शाह, रमेशभाई टीलाळा, राजकोट मनपा आयुक्त श्री देवांग देसाई, जिला कलेक्टर श्री प्रभव जोशी, पुलिस आयुक्त श्री ब्रजेशकुमार झा, जिला विकास अधिकारी डॉ. नवनाथ गव्हाणे, उप महापौर श्री नरेन्द्रसिंह जाडेजा, मनपा में शासक दल की नेता श्रीमती नीलूबेन जादव, सचेतक श्री मनीषभाई राडिया, समाज कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री सुरेन्द्रसिंह वाला, अग्रणी सर्वश्री डॉ. भरतभाई बोघरा, मुकेशभाई दोशी, मोहनभाई कुंडारिया और विरेन्द्रसिंह झाला मौजूद रहे।
तिरंगा यात्रा में राजकोट के कई स्कूलों के विद्यार्थी और शिक्षक, सामाजिक संस्थाएं, व्यापार और उद्योग संगठन, कॉलेज और यूनिवर्सिटी के अध्यापक एवं छात्रों सहित बड़ी संख्या में नागरिक शामिल हुए।