भाजपा को रोकने शरद पवार करेंगे विपक्ष की अगुआई!
जद(यू) नेता त्यागी ने राजधानी, दिल्ली में पवार की मौजूदगी में हुए अपनी किताब अपनी शर्तों पर के लोकार्पण पर दिए वक्तव्य में यह सुझाव रखा कि राकांपा प्रमुख शरद पवार को सत्तारूढ भाजपा से मुकाबला करने के लिए एक जैसी सोच वाली पार्टियों का नेतृत्व करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस जिम्मेदारी को संभालने के लिए इस समय उनसे उपयुक्त और कोई नेता नजर नहीं आता।
इसके जवाब में पवार ने रहस्यमयी तरीके से कहा कि विपक्षी दलों को मौजूदा राजनीतिक स्थिति से निपटने से लिए एक साथ मिलकर काम करना चाहिए। उनके इस जवाब को राजनीतिक गलियारे में नेतृत्व करने की उनकी स्वीकृति के रूप में देखा जा रहा है।
त्यागी ने कथित रूप से गोरक्षकों द्वारा अलवर में एक मुस्लिम व्यक्ति की हत्या का जिक्र करते हुए कहा, एक पशु के लिए मनुष्य को मारा जा रहा है। असहाय लोगों की आज कोई आवाज नहीं है। अब केवल आपका ही नेतृत्व है... आप शिवाजी, महाराणा प्रताप बनें और साथ ही इस देश के शहंशाह भी बनें और लोगों के आंसू पोछें।
करीब तीन दशक पहले प्रधानमंत्री पद के दावेदार रहे और एक से अधिक बार महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री पद संभालने के साथ ही बीसीसीआई और आईसीसी के चेयरमैन की जिम्मेदारी निभा चुके बयोवृद्ध मराठा सरदार के कद का पता इस बात से और चलता है कि देश की राजधानी में एक ही हफ्ते के अंदर उनके जीवन और कार्यों को लेकर दो किताबें लोकार्पिंत हुईं। अभी बीते छह अप्रैल को ही देश की जानी-मानी हस्तियों की मौजूदगी में वामपंथी राजनीति के शिखर और कांग्रेस में अहम भूमिका निभाते हुए राकांपा के महासचिव / मुख्य प्रवक्ता पद तक पहुंचे, राज्यसभा सदस्य एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर की पत्रिका थिंक इंडिया के संपादक देवीप्रसाद त्रिपाठी की शरद पवार पर लिखी पुस्तक स्वयंसिद्धः लाइफ एंड टाइम्स ऑफ शरद पवार का लोकार्पण हुआ था। और कल केसी त्यागी की किताब आम पाठक के लिए जारी हुई है।