मिस्र में फुटबॉल मैच लाया मौत
मिस्र में फुटबाल से संबंधित यह अब तक की सबसे भीषण घटना मानी जा रही है।
गृह मंत्रालय ने बताया कि यह घटना इजीप्शीयन प्रीमियर लीग क्लब जमालेक और एनपीपीआइ के बीच मैच से
पूर्व काहिरा में एयर डिफेंस स्टेडियम के बाहर हुई।
स्टेडियम के सामने अल्टा व्हाइट नाइट्स के प्रशंसकों के समूह के सदस्यों को तितर बितर करने के लिए पुलिस द्वारा आंसू गैस के गोले दागे जाने के बाद संघर्ष शुरू हुआ। जमालेक और एनपीपीआई के बीच कांटे की टक्कर वाले मुकाबले से कुछ घंटे पूर्व यह घटना हुई।
रिपोर्ट में बताया गया है कि अल्टा व्हाइट नाइट्स के रूप में पहचाने जाने वाले जमालेक के समर्थकों ने बिना टिकट के मैच के लिए स्टेडियम में घुसने का प्रयास किया।
डाक्टरों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मारे गए अधिकांश लोग भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस द्वारा इस्तेमाल की गयी आंसू गैस के कारण दम घुटने का शिकार हुए।
अल अहराम अरबी न्यूज वेबसाइट ने बताया है कि संघर्ष में कम से कम 30 लोग मारे गए हैं।
अहराम आनलाइन ने बताया है, आंसू गैस के गोलों के बाद उनकी मौत दम घुटने और भगदड़ के कारण हुई।
इस ताजा हादसे के बाद मिस्र की कैबिनेट ने अनिश्चितकाल के लिए लीग मैचों को स्थगित कर दिया और एक बयान में कहा गया है कि जमालेक के प्रशंसक स्टेडियम में प्रवेश के लिए जरूरी सुरक्षा प्रक्रिया को अपनाने में विफल रहे।
गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा है, दस हजार से अधिक लोगों ने बिना टिकटों के स्टेडियम में घुसने का प्रयास किया। इनमें से कई भगदड़ के कारण मारे गए और दर्जनों घायल हो गए।
सुरक्षा बलों ने प्रशंसकों द्वारा एक सड़क को अवरूद्ध करने और एक पुलिस वाहन को आग लगाए जाने के बाद उन्हें खदेड़ने का प्रयास किया।
एक सुरक्षा सूत्रा ने बताया कि हिंसा भड़काने के लिए 17 जमालेक प्रशंसकों को गिरफ्तार किया गया है। सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि पीडि़तों के शवों को काहिरा के मुर्दाघर में रखा गया है।
सरकारी संवाद समिति मीना ने बताया है कि कम से कम 25 लोग घायल हुए हैं।
पोर्ट सेड में एक स्टेडियम में हुए दंगे के बाद मिस्र ने फुटबाल मैचों के दौरान लोगों की संख्या को नियंत्रिात किया जहां फरवरी 2012 में मैच के बाद इसी प्रकार की घटना में 70 से अधिक लोग मारे गए थे।