अमेरिका: ट्रंप सरकार में एक और अहम नियुक्ति, भारतीय मूल के कश पटेल होंगे एफबीआई के नए निदेशक
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के निदेशक पद के लिए अपने विश्वासपात्र काश पटेल को नामित किया। इसी के साथ पटेल आगामी प्रशासन में सबसे ऊंची रैंक के भारतीय अमेरिकी बनेंगे।
काश पटेल को डोनाल्ड ट्रंप का बेहद करीबी माना जाता है। डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर पोस्ट किया कि मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि कश्यप काश पटेल एफबीआई के अगले निदेशक के तौर पर काम करेंगे।
जानिए कौन हैं काश पटेल?
काश पटेल मूल रूप से गुजराती मूल के हैं हालांकि उनका जन्म अमेरिका में ही हुआ था। कानून की पढ़ाई के बाद उन्होंने वकील के रूप में अपना करियर शुरू किया था। 44 साल के काश पटेल का पूरा नाम कश्यप प्रमोद पटेल है। हाउस इंटेलिजेंस कमेटी के स्टाफ के तौर पर भी वो काम कर चुके हैं। डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल में भी उन्हें कई जिम्मेदारी मिली थी। रक्षा विभाग में चीफ ऑफ स्टाफ के पद पर वो कार्य कर चुके थे। पटेल कई विवादों में भी रह चुके हैं, उन पर आरोप लगे थे कि उन्होंने ट्रंप प्रशासन के राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए अपने पद का गलत उपयोग किया था।
दरअसल, 45वें राष्ट्रपति रहते हुए डोनाल्ड ट्रंप काश पटेल को फेडरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन एफबीआई या सीआईए का डिप्टी डायरेक्टर बनाना चाहते थे। ऐसा करके उनका मकसद इंटेलिजेंस एजेंसियों पर अपनी पकड़ मजबूत करना था। हालांकि, सीआईए डायरेक्टर जीना हैस्पेल ने इस्तीफे की धमकी दी और अटॉर्नी जनरल बिल ने इस कदम का विरोध किया था। क्योंकि काश के पास दुनिया की सबसे बड़ी इंटेलिजेंस एजेंसी चलाने का कतई अनुभव नहीं था। विरोध को देखते हुए आखिरकार ट्रंप को अपना इरादा बदलना पड़ा था।
लिख चुके हैं कई किताबें
कश्यप काश पटेल कई किताबें लिख चुके हैं। हाल ही में उन्होंने 'Government Gangsters: The Deep State, the Truth, and the Battle for Our Democracy' नाम से एक किताब लिखी थी। इसमें उन्होंने ट्रंप के कार्यकाल के दौरान सरकारी एजेंसियों की गहरी साजिशों का खुलासा किया था। उन्होंने बच्चों के लिए भी दो फिक्शनल लिखे हैं। इन किताबों में ट्रंप को एक किंग की तरह दिखाया गया है जबकि काश खुद को एक मैजिकमैन की तरह पेश करते हैं।