डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच ‘परमाणु युद्ध’ रोके जाने का फिर दावा किया
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने भारत एवं पाकिस्तान के बीच युद्ध को ‘‘परमाणु युद्ध’’ में बदलने से रोक दिया था और उन्हें यह धमकी दी थी कि अगर दोनों पड़ोसी देश संघर्ष विराम पर सहमत नहीं हुए तो वह कोई व्यापार समझौता नहीं करेंगे तथा उन पर शुल्क (टैरिफ) लगाएंगे।
ट्रंप ने मंगलवार को ‘व्हाइट हाउस’ (अमेरिका के राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास एवं कार्यालय) में एक कैबिनेट बैठक के दौरान यह टिप्पणी की। अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी दावा किया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बात की थी।
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा कि कई बार ऐसा हो सकता है कि पुतिन मौजूद हों और जेलेंस्की न हों, लेकिन उन्होंने दोनों को बातचीत की मेज पर लाने की कोशिश की। उनका दावा है कि अगर उन्होंने आर्थिक प्रतिबंध नहीं लगाए होते तो हालात और बिगड़ जाते।
ट्रंप ने आगे कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच टकराव को भी उन्होंने शांत करने की कोशिश की थी। उनके अनुसार, उस दौरान जब 7 लड़ाकू विमान मार गिराए गए थे तो स्थिति बेहद तनावपूर्ण थी और यह परमाणु युद्ध की ओर भी जा सकती थी। उन्होंने बताया कि उस वक्त भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान से भी उनकी बातचीत हुई थी।
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान को साफ तौर पर कह दिया था कि व्यापार समझौते पर वे आगे नहीं बढ़ना चाहते। उनका तर्क था कि दोनों देश कभी भी युद्ध की ओर बढ़ सकते हैं, ऐसे में कोई भी डील बेकार साबित होगी। उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर मजबूर होकर समझौता करना पड़ा तो वे पाकिस्तान पर इतने भारी टैरिफ लगाएंगे कि उनके लिए टिकना मुश्किल हो जाएगा।
ट्रंप ने अंत में कहा कि अब शायद ये हालात दोबारा पैदा हों या न हों, इसका अंदाज़ा नहीं लगाया जा सकता, लेकिन अगर स्थिति गंभीर हुई तो वे इसे रोक देंगे। उन्होंने दोहराया कि दुनिया को ऐसे हालात की ओर नहीं जाने देना चाहिए।