निर्णायक मुकाबले की ओर बढ़े हिलेरी और ट्रंप
वैसे 7 जून को जब छह राज्यों में प्राइमरी चुनाव होंगे तभी अंतिम रूप से तय हो पाएगा कि डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से हिलेरी बिना किसी बाधा के राष्ट्रपति उम्मीदवार बन सकती हैं या नहीं। उस दिन छह राज्यों में प्राइमरी चुनाव होंगे जिसमें 806 डेलीगेट्स का बंटवारा होगा। फिलहाल हिलेरी क्लिंटन के पास 15 माच के चुनाव के बाद 1561 डेलीगेट्स का समर्थन हो गया है जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी बर्नी सैंडर्स के पास 800 डेलीगेटस का समर्थन है। डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति चुनाव का उम्मीदवार बनने के लिए 2383 डेलीगेट्स का समर्थन चाहिए, यानी हिलेरी इस संख्या से करीब 822 डेलीगेट्स दूर हैं। मगर इससे पहले मार्च, अप्रैल और मई में अलग-अलग 19 राज्यों की प्राइमरी में 1518 डेमोक्रेट डेलीगेट्स का फैसला होना है और हो सकता है कि हिलेरी इन्हीं चुनावों में 822 डेलीगेट्स का समर्थन हासिल कर लें। ऐसा हुआ तो 7 जून की प्राइमरी महज औपचारिकता भी बन सकती है।
दूसरी ओर 15 मार्च को पांच मे से तीन राज्यों में जीत दर्ज कर ट्रंप ने रिपब्लिकन पार्टी की ओर से अपनी दावेदारी सबसे आगे कायम रखी है। हालांकि अंतिम रूप से उम्मीदवार बनने के लिए उन्हें 1237 रिपब्लिकन डेलीगेट्स का समर्थन चाहिए जबकि उनके पास अभी तक 621 डेलीगेट्स का ही समर्थन है। उनके प्रतिद्वंद्वी टेड क्रूज के पास 396 डेलीगेट्स का समर्थन है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि ट्रंप भले ही सबसे आगे रहें मगर अंतिम लक्ष्य तक शायद न पहुंच पाएं। हालांकि 15 मार्च के चुनाव में उन्होंने फ्लोरिडा में शानदार जीत दर्ज करके अपने प्रतिद्वंद्वी और राज्य से सीनेटर मार्को रुबियो को चुनावी दौड़ से बाहर होने के लिए मजबूर कर दिया। ट्रंप ने फ्लोरिडा में जीत दर्ज करके सभी 99 डेलीगेट का समर्थन प्राप्त कर लिया। 69 वर्षीय रियल एस्टेट दिग्गज ने फ्लोरिडा, इलिनोइस और उत्तर कैरोलीना में शानदार जीत दर्ज की लेकिन उन्हें ओहायो में गवर्नर जॉन कैसिच के गृह राज्य में उनसे शिकस्त झेलनी पड़ी। ट्रंप मिसौरी में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सीनेटर टेड क्रूज से मामूली बढ़त बनाए हुए हैं।
दूसरी ओर हिलेरी क्लिंटन ने ओहायो, उत्तर कैरोलीना और फ्लोरिडा में बर्नी सैंडर्स को हराकर अपनी बढ़त और मजबूत कर ली। 68 वर्षीय हिलेरी ने फ्लोरिडा के वेस्ट पाम बीच में अपनी जीत की एक पार्टी में कहा, हमारी मुहिम के लिए यह एक और सुपर ट्यूजडे था। उन्होंने दावा किया कि वह डेमोक्रेटिक पार्टी का उम्मीदवार बनने के बहुत निकट हैं।
ट्रंप ने अपनी जीत के बाद मियामी में दिए भाषण में पार्टी की उम्मीदवारी जीतने और नवंबर को होने वाले चुनाव में डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी हिलेरी को हराने का भरोसा व्यक्त किया। ट्रंप ने पाम बीच पर दिए भाषण में कहा, हमें अपनी पार्टी को एकजुट करना होगा। हम कुछ ऐसा होता देख रहे हैं जिसके कारण रिपब्लिकन पार्टी दुनिया भर में जानी जा रही है। लाखों लोग पार्टी में शामिल हो रहे हैं। हमारे पास शानदार मौका हैं। डेमोक्रेट शामिल हो रहे हैं। निर्दलीय भी हिस्सा बन रहे हैं। उन्होंने आतंकवाद, व्यापार और अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर दीवार बनाने के संबंध में अपना रुख दोहराते हुए कहा, लोगों में बहुत गुस्सा हैं। वे चाहते हैं कि देश सुचारू तरीके से संचालित हो।
ट्रंप ने कहा कि अमेरिका व्यापार के मामले में चीन, जर्मनी, जापान, वियतनाम और भारत जैसे देशों से अब आगे नहीं है। उन्होंने कहा, हम अब तक का सर्वश्रेष्ठ कारोबारी समझौता करेंगे। हमें देश में सुरक्षा मुहैया कराने की आवश्यकता है। देश फिर से जीत की स्थिति में आएगा। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि एप्पल कंपनी अपने आईफोन चीन में नहीं, अमेरिका में बनाएगी। सैन्य पुनर्निर्माण का संकल्प दोहराते हुए ट्रंप ने कहा कि वह आईएसआईएस को हराएंगे और आतंकवाद के खिलाफ जीत हासिल करेंगे।
ट्रंप के मुख्य प्रतिद्वंद्वी क्रूज पांच राज्यों के प्राइमरी में अभी तक खाता भी नहीं खोल पाए हैं, हालांकि वह ट्रंप को कड़ी टक्कर दे रहे थे। ट्रंप ने चुनावी दौड़ से बाहर हुए फ्लोरिडा के सीनेटर मार्को रुबियो को भी बधाई दी और उनकी प्रशंसा की। पार्टी उम्मीदवार बनने की दौड़ में ट्रंप और रुबियो के बीच बहस के दौरान कड़वे टकराव हुए थे और दोनों वाकयुद्ध में शामिल रहे थे। कुछ घंटों पहले तक रुबियो को लिटिल मार्को कह कर उनका मजाक उड़ाने वाले ट्रंप ने कहा, उनका (रुबियो) भविष्य उज्ज्वल है। यह रुबियो के लिए निराशाभरी रात रही और उन्हें अपने गृहराज्य में हार का सामना करना पड़ा जिसके बाद उन्होंने पार्टी उम्मीदवार बनने की दौड़ से अपनी दावेदारी समाप्त कर दी। ओहायो जीत से उत्साहित कैसिच ने इस दौड़ में बने रहने का संकल्प लिया।