इतिहासकार का दावा, ट्रंप के दादा को जर्मनी से निकाला गया था
सीएनएन ने इतिहासकार रोलैंड पॉल के हवाले से कहा कि वर्ष 1905 के एक स्थानीय परिषद के पत्र ने अमेरिकी नागरिक बनने वाले फ्रीडरिच ट्रंप को जानकारी दी कि उन्हें जर्मन नागरिकता वापस नहीं दी जाएगी और उनके पास देश छोड़ने या निर्वासित होने के लिए आठ सप्ताह का समय है। माना जाता है कि यह नोटिस उस समय जारी हुआ जब जर्मनी के अधिकारियों ने पाया कि उन्होंने अमेरिका के लिए प्रवास से पहले सैन्य सेवा कभी नहीं की। उन्होंने यह भी दावा किया कि ट्रंप ने अवैध रूप से जर्मनी छोड़ा था क्योंकि उन्होंने आव्रजन की अपनी योजना के बारे में अधिकारियों को जानकारी नहीं दी थी। अमेरिका आकर रेस्तरां और बोर्डिंग हाउस के जरिये अपनी किस्मत चमकाने वाले फ्रीडरिच ट्रंप का जन्म कैलस्ताद के बेवारिया कस्बे में हुआ था।
गौरतलब है कि ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान अवैध रूप से अमेरिका आकर रहने वालों के खिलाफ अभियान चलाने की बात की थी। बहरहाल, ट्रंप खेमे ने इस शोध पर तुरंत सवालों का जवाब नहीं दिया था। इस शोध के निष्कर्ष इसलिए ज्यादा रूचि वाले हैं क्योंकि अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान अवैध रूप से आने वाले परदेसियों के खिलाफ कार्रवाई करने की शपथ ली थी। पॉल ने कहा, ट्रंप अवैध आव्रजन के खिलाफ बात करते हैं, इसलिए मुझे लगता है कि उन्हें समय-समय पर अपने परिवार की कहानी याद रखनी चाहिए।