प्रधानमंत्री मोदी और ट्रंप ने की फोन पर बातचीत, ‘विश्वसनीय’ साझेदारी की दिशा में काम करने का संकल्प जताया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ‘विश्वसनीय’ साझेदारी की दिशा में काम करने की प्रतिबद्धता जताई, जिसमें मुख्य लक्ष्य व्यापार, ऊर्जा और रक्षा क्षेत्रों में भारत-अमेरिका सहयोग बढ़ाने पर होगा। दोनों नेताओं ने सोमवार को फोन पर बातचीत की।
एक विज्ञप्ति के अनुसार मोदी और ट्रंप ने पश्चिम एशिया और यूक्रेन के हालात सहित वैश्विक मुद्दों पर विचार विमर्श किया तथा वैश्विक शांति, समृद्धि और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई। इसमें कहा गया कि दोनों नेता शीघ्र ही मुलाकात करने पर सहमत हुए।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में कहा, ‘‘अपने प्रिय मित्र राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात करके बहुत खुशी हुई। उनके ऐतिहासिक दूसरे कार्यकाल के लिए उन्हें बधाई दी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम परस्पर लाभकारी और विश्वसनीय साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम अपने लोगों के कल्याण तथा वैश्विक शांति, समृद्धि एवं सुरक्षा के लिए मिलकर काम करेंगे।’’
माना जा रहा है कि यह फोन भारत की ओर से किया गया था। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं ने ‘‘पारस्परिक रूप से लाभकारी और विश्वसनीय साझेदारी’’ के प्रति प्रतिबद्धता दोहराई।
इसमें कहा गया, ‘‘उन्होंने व्यापक द्विपक्षीय वैश्विक रणनीतिक साझेदारी के विभिन्न पहलुओं और इसे आगे बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की, जिनमें प्रौद्योगिकी, व्यापार, निवेश, ऊर्जा और रक्षा के क्षेत्र शामिल हैं।’’
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने पश्चिम एशिया और यूक्रेन में हालात सहित वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की और वैश्विक शांति, समृद्धि और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई।’’ इसमें कहा गया, ‘‘नेताओं ने संपर्क में बने रहने और जल्दी ही मुलाकात करने पर सहमति जताई।’’
यह अभी तक पता नहीं चल पाया है कि बातचीत में आव्रजन और शुल्क के मुद्दे पर चर्चा हुई या नहीं। कई देशों की तरह भारत में भी आव्रजन और शुल्क पर ट्रंप प्रशासन के दृष्टिकोण को लेकर कुछ चिंताएं हैं।
मोदी और ट्रंप के बीच फोन पर बातचीत विदेश मंत्री एस जयशंकर की अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज के साथ वाशिंगटन में हुई अलग-अलग बैठकों के छह दिन बाद हुई है।