कैलिफोर्निया गोलीबारी आतंकी कृत्य, आईएस को खत्म करेगा अमेरिका: ओबामा
राष्ट्रपति ओबामा का यह संबोधन दरअसल कैलिफोर्निया में जनसमूह पर हुई गोलीबारी के बाद से घबराए हुए देश को शांत करने के लिए था। इस गोलीबारी में 14 लोग मारे गए थे। ओबामा ने अपने संबोधन में कहा कि आतंकवाद का खतरा वास्तविक है लेकिन अमेरिका इससे निपट लेगा। आईएसआईएस को नष्ट करने की उनकी रणनीति को अमेरिकी सेना के कमांडरों और आतंकवाद रोधी विशेषज्ञों ने तैयार किया है। इस रणनीति को अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल 65 देशों का समर्थन प्राप्त है।
ओबामा ने कहा, हम आईएसआईएल (आईएसआईएस का अन्य नाम) और हर उस संगठन को नष्ट कर देंगे, जो हमें नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा। हमारी सफलता तीखी बातचीत या हमारे मूल्यों को छोड़ देने या डर कर हार मान लेने पर निर्भर नहीं करेगी। आईएसआईएल जैसे समूह एेसा होने की उम्मीद लगा रहे हैं। लेकिन इसके बजाय हम मजबूत, समझदार और प्रबल साबित होंगे।
जमीनी कार्रवाई नहीं करेगा अमेरिका
अपने भाषण में ओबामा ने एक बार फिर जमीनी स्तर पर बड़ी संख्या में सैनिकों को भेजने की बात से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा, हमें एक बार फिर इराक या सीरिया में जमीनी स्तर की लंबी और महंगी लड़ाई में नहीं उतरना चाहिए। आईएसआईएल जैसे समूह यही चाहते हैं। वे जानते हैं कि वे युद्ध के मैदान में हमें हरा नहीं सकते। आईएसआईएल के लड़ाके उस उग्रवाद का हिस्सा थे, जिसका सामना हमने इराक में किया।
ओबामा ने कहा, अभी हम हवाई हमलों, विशेष बलों और अपने देश में वापस नियंत्राण हासिल करने के लिए लड़ रहे स्थानीय बलों के साथ मिलकर काम करने की जिस रणनीति का इस्तेमाल कर रहे हैं, इसी के जरिए हम एक स्थायी जीत हासिल करेंगे। इसके लिए हमें अमेरिकी नागरिकों की एक नई पीढ़ी को एक और दशक के लिए लड़ने और मरने के लिए विदेशी धरती पर भेजने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
कैलिफोर्निया गोलीबारी आतंकी कृत्य
ओबामा ने कैलिफोर्निया की गोलीबारी को आतंकी कृत्य करार दिया। इस घटना के तहत एक चरमपंथी दंपति - पाकिस्तानी नागरिक ताशफीन मलिक और उसके पति पाकिस्तानी मूल के सैयद रिजवान फारूक ने 14 लोगों की हत्या कर दी थी। ओबामा ने संदिग्धों के बारे में कहा, अभी तक यह साक्ष्य नहीं मिले हैं कि हत्यारों को किसी विदेशी आतंकी संगठन से निर्देश मिले थे या वे यहां किसी विस्तृत षडयंत्र का हिस्सा थे। गौरतलब है कि आईएसआईएस ने इस दंपति को अपने स्वघोषित खलीफा शासन का सैनिक बताते हुए इनकी सराहना की है।
ओबामा ने कहा कि जिस भी देश में जरूरी होगा, वहां अमेरिका आतंकी षड़यंत्रकारियों को मार गिराना जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि इराक और सीरिया में हवाई हमले आईएसआईएल के नेताओं, भारी हथियारों, तेल के टैंकरों और इनके बुनियादी ढांचों को नष्ट कर रहे हैं। पेरिस में हमलों के बाद से फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन समेत हमारे करीबी सहयोगियों ने हमारे सैन्य अभियान में अपना योगदान बढ़ा दिया है।
इस्लामिक स्टेट इस्लाम की बात नहीं करता
ओबामा ने कहा कि आईएसआईएस इस्लाम की बात नहीं करता। वे ठग और हत्यारे हैं जो मौत के पंथ का हिस्सा हैं और विश्वभर में मौजूद एक अरब से भी से अधिक मुसलमानों का एक बहुत छोटा-सा हिस्सा भर हैं। विश्वभर के मुसलमानों में लाखों देशभक्त मुस्लिम-अमेरिकी भी हैं, जो कि उनकी घृणास्पद विचारधारा को खारिज करते हैं। उन्होंने विश्वभर के इस्लामी नेताओं से अपील की कि वे आतंकी संगठन और इसकी विचारधारा के खिलाफ बोलें।
हालांकि ओबामा ने कहा कि इसका यह अर्थ नहीं है कि इस तथ्य से इनकार कर दिया जाए कि कट्टरपंथी विचारधारा कुछ मुस्लिम समुदायों में फैल गई है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह एक वास्तविक समस्या है जिसका मुसलमानों को बिना कोई बहाना दिए सामना करना चाहिए।