ईरान समझौता रद्द तो प्रतिबंध समाप्त
वाशिंगटन। व्हाइट हाउस ने आगाह किया है कि यदि रिपब्लिकन बहुमत वाली कांग्रेस ईरान के साथ हुए ऐतिहासिक परमारणु समझौते को खत्म कर देती है तो तेहरान के खिलाफ प्रतिबंध का दौर समाप्त हो जाएगा क्योंकि भारत, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देश ऐसे किसी कदम का अब समर्थन नहीं करेंगे।
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अनरेस्ट ने कहा कि समझौता खत्म करने का मतलब यह होगा कि इस समझौते तक पहुंचने के लिए हम पहले जो अंतरराष्ट्रीय लाभ उठाते थे, वो अब नहीं उठा पाएंगे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि इन ताजा प्रतिबंधों की सफलता का कारण विश्वभर के देशों द्वारा इसे जोरदार तरीके से लागू करना था। इनमें वे देश भी शामिल हैं जो इस विशेष समझौते का कोई पक्ष भी नहीं हैं, जैसे कि भारत, जापान, दक्षिण कोरिया और अन्य देश। ये देश पहले ईरानी तेल के आयात पर बहुत अधिक निर्भर थे और उनकी तेल खरीद को कम करने से ईरान की अर्थव्यवस्था पर ही नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा था बल्कि उन देशों की घरेलू अर्थव्यवस्था पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ा था।
ईरान का फायदा
जोश अनरेस्ट ने कहा कि ईरान को तब भी प्रतिबंधों में राहत का लाभ मिलेगा। समस्या यह है कि वह सारा धन ईरान को मिलेगा और अमेरिका को इसमें से कुछ भी नहीं मिलेगा। ईरान के साथ ऐतिहासिक परमाणु करार करीब दो साल लंबी चली वार्ता के बाद इस सप्ताह वियना में हुआ था।
प्रतिबंधों में राहत दिए जाने के कारण ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम में कमी करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। ऐसे में अमेरिकी कांग्रेस यदि इस समझौते को खत्म करने के लिए वोट करती है तो ईरान को बिना कुछ दिए इस समझौते के सभी लाभ मिलेंगे।