जब सीनियर बुश ने सद्दाम हुसैन को कहा हिटलर और 100 घंटों में जीता युद्ध
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज एचडब्ल्यू बुश का शुक्रवार रात करीब 10 बजे निधन हो गया। वे 94 साल के थे। सीनियर बुश 1989 से 1993 तक अमेरिका के 41वें राष्ट्रपति रहे। इसके आठ साल बाद उनके बेटे जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने राष्ट्रपति पद संभाला। जॉर्ज एचडब्ल्यू बुश की पत्नी बारबरा बुश का निधन भी इसी साल अप्रैल में हो गया था। सीनियर बुश अगले राष्ट्रपति चुनाव में बिल क्लिंटन से हार गए थे। वे टेक्सास से सांसद रहे। इसके अलावा वे केंद्रीय जांच एजेंसी (सीआईए) के निदेशक भी रहे। आइए, जानते हैं उनसे जुड़ी कुछ बातें-
जब सद्दाम हुसैन को कहा हिटलर
इराक ने 2 अगस्त 1990 में कुवैत पर आक्रमण किया। सद्दाम में कुवैत पर विवादित जगह से 2.4 बिलियन डॉलर का कच्चा तेल चुराने का आरोप लगाया और 15 बिलियन डॉलर का कर्ज चुकाने की मांग की। जॉर्ज एचडब्ल्यू बुश ने सद्दाम को 'हिटलर' करार देते हुए क्षेत्र में अमेरिकी सेनाएं भेज दीं। 24 फरवरी 1991 को अमेरिका ने इराक के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया। महज 100 घंटे में अमेरिका ने इराक के खिलाफ जंग जीत ली। इसमें अमेरिका के महज 148 और इराक के 20 हजार से ज्यादा सैनिक मारे गए।
पर्ल हार्बर हमले के दौरान अमेरिकी नेवी में थे बुश
18 साल की उम्र में जॉर्ज एचडब्ल्यू बुश वह नेवी पायलट हो गए थे। नेवल पायलट बनने वाले वह सबसे कम उम्र के अमेरिकी थे। उन्होंने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी। वह द्वितीय विश्व युद्ध में जापान के खिलाफ पर्ल हार्बर हमले में भी शामिल थे। एक मिशन के दौरान 1944 में उन्हें प्रशांत महासागर में गोली भी लगी थी। चार सालों तक यूएस नेवी में काम करने के बाद बुश सीनियर को अपनी छोड़ी हुई पढ़ाई की सुध लौटी और वे येल यूनिवर्सिटी में आर्ट्स में ग्रेजुएशन करने लगे।
बतौर सेल्समैन किया था काम
बुश सीनियर ने ग्रेजुएशन खत्म करने के बाद बतौर सेल्समैन काम की शुरुआत की थी और अपने 40वें साल में उनका नाम अमेरिका के जाने-माने कारोबारियों में शामिल हो चुका था। साल 1963 में उनके राजनैतिक करिअर की शुरुआत हुई, जब वे टेक्सास से रिपब्लिकन पार्टी के चेयरमैन चुने गए। उपलब्धियों से उनका याराना राजनीति में भी नहीं छूटा, बल्कि मजबूत ही हुआ। वे 1989 में यूएस के 41वें राष्ट्रपति चुने गए। इससे पहले 1981 से 1989 के दौरान वे रोनाल्ड रीगन के कार्यकाल में बतौर उप-राष्ट्रपति सेवाएं दे चुके थे।
निजी जीवन में जिंदादिल थे सीनियर बुश
निजी जिंदगी में भी बुश सीनियर के कई अलग-अलग पहलू दिखाई देते रहे। जुलाई 2013 में सीक्रेट सर्विस के एक एजेंट के बेटे को कैंसर होने पर उन्होंने फंडिंग को बढ़ावा देने के लिए और परिवार से स्नेह जताने के लिए अपना सिर मुंडा लिया। कैटरीना तूफान के अमेरिका में तबाही मचाने पर बिल क्लिंटन के साथ मिलकर इस वयोवृद्ध पूर्व राष्ट्रपति ने एक फंड की शुरुआत की और इसके लिए बाकायदा कैंपेन भी चलाया।
75 से 90 साल की उम्र तक चार बार की स्काईडाइविंग
बुश सीनियर ने अपना 75वां जन्मदिन अलग अंदाज में मनाया। उन्होंने साथियों के साथ मिलकर स्काईडाइविंग की। पांच सालों बाद दोबारा यही किया और फिर 85वें जन्मदिन पर एक बार फिर यही। अपने 90वें जन्मदिन पर भ्ाी चौथी बार बुश सीनियर ने स्काईडाइविंग की थ्ाी।
कई अहम घटनाओं के थे गवाह
जॉर्ज एचडब्ल्यू बुश ओवल ऑफिस (अमेरिकी राष्ट्रपति का कार्यालय) में काबिज होने वाले द्वितीय विश्व युद्ध पीढ़ी के अंतिम नेता थे। 1836 के बाद बुश पहले ऐसे उपराष्ट्रपति थे जो राष्ट्रपति भी बने। 1990 में एचडब्ल्यू बुश के सामने ही सोवियत संघ का विघटन हुआ। उन्होंने वो दौर भी देखा जब पनामा के तानाशाह मैनुअल नोरिगा को उनके पद से हटाया गया था।