ट्रंप के बयान के बाद बोले एस जयशंकर- सिर्फ पाकिस्तान से होगी कश्मीर पर बात
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने भारत के कड़े विरोध के बावजूद फिर से 'कश्मीर पर मध्यस्थता' का बयान दिया है, लेकिन एक बार फिर भारत ने इसे अस्वीकार करते हुए कहा कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान का द्विपक्षीय मसला है। दरअसल, ट्रंप ने एक बार फिर कश्मीर मुद्दे को लेकर कहा कि यदि भारत चाहे तो वे मध्यस्थता के लिए तैयार हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यह पूरी तरह से भारत और पाकिस्तान पर निर्भर करता है कि वह कश्मीर मामले का हल निकालने के लिए किसी की मदद लेना चाहते हैं या नहीं।
'कश्मीर भारत और पाकिस्तान का द्विपक्षीय मसला है'
बैंकॉक में शुक्रवार को भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने अमेरिकी समकक्ष माइक पॉम्पियो के साथ मुलाकात की। दोनों देशों के प्रथिनिनिधियों के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। बैठक के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान का द्विपक्षीय मसला है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, 'आज सुबह अमेरिकी समकक्ष पॉम्पियो को स्पष्ट तौर पर बता दिया है कि कश्मीर मसले पर यदि वार्ता होगी तो वह द्विपक्षीय और केवल पाकिस्तान के साथ होगी।' विदेश मंत्री का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को एक बार फिर पाकिस्तान भारत के बीच चल रहे कश्मीर विवाद को लेकर टिप्पणी की है।
ट्रंप ने एक फिर दिया ये बयान
गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अगर दोनों दक्षिण एशियाई दशकों पुराने मामले को निपटाने के लिए उनकी मदद लेना चाहते हैं तो वह तैयार हैं। ट्रंप ने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के साथ पिछले हफ्ते हुई मुलाकात का हवाला देते हुए कहा कि इस मसले पर दोनों देशों के बीच बात हुई है। जहां पाकिस्तान ने ट्रंप की इस पेशकश का स्वागत किया है, वहीं भारत ने इसे सिरे से नकार दिया है।
'यह पूरी तरह पीएम मोदी का फैसला है’
मीडिया से बातचीत के दौरान ट्रंप से भारत द्वारा कश्मीर पर मध्यस्थता के प्रस्ताव को ठुकराने पर सवाल पूछा गया, इस पर उन्होंने कहा, 'यह पूरी तरह पीएम मोदी का फैसला है (कश्मीर पर मध्यस्थता स्वीकार करनी है या नहीं)।'
‘मोदी-इमरान शानदार व्यक्ति, दोनों एक साथ करेंगे अच्छा काम’
इस इौरान ट्रंप ने कहा, 'मुझे लगता है कि पीएम मोदी और पीएम इमरान शानदार व्यक्ति हैं। मैं चाहता हूं कि दोनों एक साथ अच्छा काम करेंगे। लेकिन अगर वे अपनी मदद के लिए किसी की मध्यस्थता चाहते हैं तो... और मैंने पीएम इमरान से इस बारे में बात की है। मैंने खुले तौर पर इस बारे में भारत से भी बात की है।'
‘दोनों देश चाहें तो मैं इस मामले पर मध्यस्थता करूंगा’
ट्रंप ने कहा कि कश्मीर का मुद्दा काफी लंबे समय ये चल रहा है। ट्रंप से पूछा गया कि वह कश्मीर का मुद्दा कैसे हल करेंगे तो उन्होंने कहा, 'मैं कर सकता हूं, यदि दोनों देश चाहें तो मैं इस मामले पर मध्यस्थता करूंगा।'
कश्मीर मुद्दे पर ट्रंप के बयान ने भारत को सकते में डाल दिया था
बता दें कि पिछले हफ्ते पीएम इमरान खान के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रंप ने भारत को अपने बयान से सकते में डाल दिया था। ट्रंप ने कहा था कि पीएम मोदी ने कश्मीर मुद्दे पर उनसे मध्यस्थता के लिए कहा है। ट्रंप ने कहा कि भारत और अमेरिका द्विपक्षीय बातचीत के दौरान जापान में मोदी ट्रंप से यह बात कही थी।
भारत ने ट्रंप के बयान को नकार दिया था
इसके तुरंत बाद भारत ने इस बयान को नकार दिया था और कहा था कि मोदी और ट्रंप के बीच कश्मीर के मुद्दे पर कभी बात नहीं हुई है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पीएम मोदी ने कभी भी ट्रंप से कश्मीर मुद्दे पर बात नहीं की।