सीरिया में आईएस के खिलाफ अमेरिका की जीत, अपने सैनिकों को वापस बुलाने की तैयारी में ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया में आईएसआईएस पर जीत का दावा करते हुए अपने सैनिकों को वापस बुलाने का आदेश दिया है। ट्रंप के इस कदम से भू-राजनीतिक जटिलता पैदा होगी और अमेरिका समर्थित कुर्दिश लड़ाकों के भविष्य पर सवाल उठने लगेंगे जो कि इस्लामिक स्टेट के आतंकियों से वहां लड़ रहे हैं।
मेरे वहां जाने की एकमात्र वही वजह थी: ट्रंप
एएफपी के मुताबिक, राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्वीट किया, 'हमने सीरिया में इस्लामिक स्टेट को हरा दिया है, ट्रंप कैम्पेन के दौरान मेरे वहां जाने की एकमात्र वही वजह थी।' हालांकि रक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ट्रंप ने सैनिकों को वापस बुलाने का काम 30 दिनों में पूरा करने का निर्देश दिया है।
‘पूर्ण वापसी, सभी मतलब सभी’
अमेरिका के अधिकारी ने कहा कि (सैनिकों की वापसी का) फैसला मंगलवार को किया गया। जब उनसे पूछा गया कि पूरे सीरिया से सैनिक वापस बुला लिए जाएंगे तो उन्होंने कहा, ‘पूर्ण वापसी, सभी मतलब सभी।’ हालांकि अधिकारी ने कोई समय सीमा नहीं बताई। उन्होंने कहा, ‘हम सुनिश्चित करेंगे कि बल की सुरक्षा बरकरार रहे, लेकिन जितना जल्दी हो सके, उतना।’
'सीरिया में करीब 2000 अमेरिकी सैन्यबल हैं'
जानकारी के मुताबिक, फिलहाल सीरिया में करीब 2000 अमेरिकी सैन्यबल हैं। उनमें से ज्यादा सैनिक उन स्थानीय बलों के प्रशिक्षण मिशन में लगे हैं जो आईएसआईएस से दो-दो हाथ कर रहे हैं। सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेज नामक मुख्य संघर्ष बल की एक बड़ी टुकड़ी कुर्दिश की है जिसे तुर्की आतंकवादी समूह के रूप में देखता है।
हालांकि, पेंटागन ने अपने सैनिकों के पूरी तरह से वापस बुला लेने की पुष्टि नहीं की है। पेंटागन के प्रवक्ता कर्नल रॉब मैनिंग ने कहा, 'इस वक्त हम क्षेत्र में अपने सहयोगियों के साथ काम करना जारी रखेंगे।'