अमेरिकी अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए फेड रिजर्व का एक और बड़ा कदम, 2.3 लाख करोड़ डॉलर की फाइनेंसिंग उपलब्ध कराएगा
अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने देश की अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए गुरुवार को फिर बड़े कदमों का ऐलान किया। फेड रिजर्व 2.3 लाख करोड़ डॉलर की फाइनेंसिंग उपलब्ध कराएगा, इससे कंपनियों,आम लोगों के साथ राज्य सरकारों और स्थानीय निकायों को मदद मिलेगी जो ज्यादातर आर्थिक गतिविधियां बंद होने के चलते नकदी के संकट से जूझ रहे हैं। फेड रिजर्व इससे पहले ब्याज दरों में 0.5 फ़ीसदी की बड़ी कटौती कर चुका है। अब वहां रेपो दरें 0 फ़ीसदी के आसपास हैं। इसके अलावा उसने तरलता बढ़ाने के लिए भी कई उपायों की घोषणा की थी। पिछले महीने ट्रंप प्रशासन ने भी 2.2 लाख करोड़ डॉलर के स्टिमुलस पैकेज की घोषणा की थी।
40,000 एसएमई को फायदा, इनमें 3.5 करोड़ अमेरिकी काम करते हैं
फेडरेशन चेयरमैन जेरोम पावेल ने कहा कि कुछ पुरानी स्कीमों का दायरा बढ़ाया गया है और कुछ नई स्कीमें शुरू की गई हैं। छोटी और मझोली कंपनियों को कर्ज मिलने में दिक्कत ना हो इसके लिए मेन स्ट्रीट लेंडिंग प्रोग्राम नाम से नई स्कीम शुरू की गई है। इसके तहत एसएमई के 600 अरब डॉलर के कर्ज़ बैंकों से खरीदेगा। कोविड-19 संकट से पहले जिन कंपनियों की वित्तीय स्थिति मजबूत थी उन्हें 4 साल के लिए कर्ज दिया जाएगा। कंपनियों को 1 साल तक इस कर्ज की ईएमआई नहीं चुकानी पड़ेगी। अमेरिका के वित्त मंत्री स्टीवन नुचिन ने कहा कि इस स्कीम से करीब 40,000 एसएमई को फायदा होगा जिनमें 3.5 करोड़ अमेरिकी काम करते हैं।
अप्रैल में बेरोजगारी दर रिकॉर्ड 15 फ़ीसदी पहुंचने का अंदेशा
कोविड-19 महामारी फैलने के बाद 3 हफ्ते में अमेरिका में 1.66 करोड़ लोग बेरोजगार हो चुके हैं। इस दौरान हर 10 में से एक व्यक्ति की नौकरी चली गई है। अमेरिका में बेरोजगारी के आंकड़े 1948 से रिकॉर्ड किए जा रहे हैं, तब से यह अब तक का रिकॉर्ड है। अनुमान है कि इस महीने दो करोड़ अमेरिकी बेरोजगार हो सकते हैं। देश के50 राज्यों में से 48 में गैर जरूरी बिजनेस पूरी तरह बंद है। इस तिमाही जीडीपी का आकार एक तिहाई घाट जाने का अनुमान है। होटल-रेस्तरां, डिपार्टमेंटल स्टोर और एसएमई अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कामकाज बंद रहने के चलते उन्होंने करोड़ों लोगों को निकाल दिया है। अप्रैल में बेरोजगारी दर 15 फ़ीसदी पहुंच जाने का अंदेशा है जो एक रिकॉर्ड होगा। अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि कोरोनावायरस के संकट से जो सेक्टर प्रभावित हैं उनमें 5 करोड़ लोगों की नौकरी पर खतरा हो सकता है। यह अमेरिका में कुल नौकरियों का लगभग एक तिहाई होगा।