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15 February 2019

अमेरिका ने कहा, आतंकी संगठनों को समर्थन और पनाह देना बंद करे पाकिस्तान

File Photo

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा है कि वह तुरंत सभी आतंकवादी समूहों को समर्थन और सुरक्षित पनाह देना बंद करे। पाकिस्तान से गतिविधियां चलाने वाले समूह जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) ने पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली है। हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए हैं और कई गंभीर रूप से घायल हैं।

आतंक के खिलाफ लड़ाई में हम भारत के साथ

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने गुरुवार देर रात जारी एक बयान में कहा, ‘‘अमेरिका पाकिस्तान से अपील करता है कि वह अपनी जमीन से आतंकी गतिविधियां चलाने वाले ऐसे सभी आतंकवादी समूहों को समर्थन और सुरक्षित पनाह देना तुरंत बंद करे जिनका एकमात्र लक्ष्य क्षेत्र में अव्यवस्था, हिंसा और आतंक फैलाना है।’’

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उन्होंने कहा, ‘‘यह हमला आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका और भारत के सहयोग और साझेदारी को और बढ़ाने के हमारे संकल्प को और मजबूत बनाता है।’’

अमेरिकी विशेषज्ञों ने जताई आईएसआई का हाथ होने की आशंका

दक्षिण एशिया से जुड़े मामलों के अमेरिकी विशेषज्ञों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में बृहस्पतिवार को हुए आतंकी हमले में जैश-ए-मोहम्मद की संलिप्तता ने इसमें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की भूमिका को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिये हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि आतंकवादी हमले से पता चलता है कि अमेरिका जैश-ए-मोहम्मद और अन्य आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पाकिस्तान को मनाने में विफल रहा है।

पीटीआई के मुताबिक, अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के एक पूर्व विश्लेषक ब्रूस रिडेल ने बताया, "हमले में जैश-ए-मोहम्मद की स्व-घोषित भागीदारी इस हमले के सरगना के समर्थन में आईएसआई की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े करती है।"

'आतंकी समूह कश्मीर में सक्रिय'

ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूट थिंक-टैंक में विद्वान रिडेल ने कहा कि एक हमला जिसके निशान पाकिस्तान में मिलते हैं, यह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमराख खान के कार्यकाल के पहली बड़ी चुनौती है। ओबामा प्रशासन में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के एक पूर्व अधिकारी अनीश गोयल ने कहा कि इस भयावह हमले में से पता चलता है कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह किस तरह अब भी कश्मीर में सक्रिय हैं।

उन्होंने कहा, "हमले के तुरंत बाद इसकी जिम्मेदारी लेने का दावा करके जैश-ए-मोहम्मद स्पष्ट रूप से संकेत दे रहा है कि वह इस क्षेत्र में परेशानी पैदा करता रहेगा और पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव बढ़ाता रहेगा।" गोयल ने कहा, "इस हमले के मद्देनजर प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) पर कश्मीर में सक्रिय सभी आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बढ़ने की संभावना है।"

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TAGS: USA, Pakistan, terrorist organisations
OUTLOOK 15 February, 2019
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