अश्वेत की हत्या के बाद अमेरिका के दर्जनों शहरों में हिंसा, सेना को तैयार रहने का आदेश
शुक्रवार को अमेरिका के दर्जनों शहरों में हिंसा भड़कने के बाद अमेरिकी सुरक्षा विभाग पेंटागन ने अभूतपूर्व कदम उठाते हुए सेना को तैयार रहने का आदेश दिया है। अश्वेत अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की एक श्वेत पुलिसकर्मी डेरेक चॉविन द्वारा हत्या किए जाने के बाद अमेरिका के अनेक शहरों में हिंसा भड़क उठी है। कई जगहों पर पुलिस थानों को आग लगा दी गई है। यह वारदात मिनेपोलिस में हुई थी, इसलिए वहां हिंसा ज्यादा है। पेंटागन ने नॉर्थ कैरोलिना और न्यूयॉर्क के सैनिक अड्डों पर तैनात सैनिकों से तैयार रहने को कहा है ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें 4 घंटे के भीतर तैनात किया जा सके। इसी तरह कोलोराडो और कंसास के अड्डों पर तैनात सैनिकों को जरूरत पड़ने पर 24 घंटे के भीतर तैनाती के हिसाब से तैयारी करने का आदेश दिया गया है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को रक्षा मंत्री मार्क एस्पर से मिनेपोलिस में उपद्रव को शांत करने के लिए सेना की तैनाती के विकल्प पर विचार करने के लिए कहा था। मिनेपोलिस में कई जगहों पर लूटपाट और आगजनी की घटनाएं भी हुई हैं। इससे पहले 1992 में लॉस एंजिलिस में दंगों से निपटने के लिए सेना बुलाई गई थी। रक्षा मामलों के विशेषज्ञों का कहना है कि अगर राष्ट्रपति पुलिस हत्या के विरोध में उपजी हिंसा का इस तरह जवाब देंगे तो इससे हिंसा और भड़केगी।
अश्वेत की गर्दन पर नौ मिनट तक बैठा रहा श्वेत पुलिसकर्मी
इसी हफ्ते मिनेपोलिस में एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें श्वेत पुलिसकर्मी डेरेक चॉविन, फ्लॉयड की गर्दन पर घुटने के बल बैठा हुआ था। बाद में फ्लाइट की मौत हो गई। फ्लॉयड को एक फर्जी बिल के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। चॉविन उसकी गर्दन पर 8 मिनट 46 सेकंड तक बैठा रहा। शिकायत के मुताबिक जब फ्लॉयड ने हिलना डुलना बंद कर दिया उसके बाद भी वह 3 मिनट तक उसकी गर्दन पर बैठा रहा। पास से गुजरने वाले किसी व्यक्ति ने इसका वीडियो तैयार किया था।
डेरेक को हत्या के आरोप में शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया। इस वीडियो के वायरल होने के बाद मिनेपोलिस में जगह-जगह हिंसा भड़क उठी। गुरुवार को जहां फ्लॉयड को गिरफ्तार किया गया था, वहां लोगों ने एक थाने को आग लगा दी। इसके बाद वहां के मेयर ने शुक्रवार की शाम 8:00 बजे से कर्फ्यू लगाने की घोषणा की। मिनेपोलिस के बाद वाशिंगटन डीसी, अटलांटा, फिनिक्स, डेनवर और लॉस एंजेल्स समेत दर्जनों शहरों में हिंसा भड़क उठी है।
ट्रंप का ट्वीट- जब लूटिंग शुरू होती है तो शूटिंग भी होती है
थाने को आग लगाए जाने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट किया कि जब लूटिंग शुरू होती है तो शूटिंग भी होती है। उनके इस ट्वीट की काफी आलोचना भी हुई जिसके बाद ट्विटर ने इसे हाइड करते हुए कहा कि इस ट्वीट में हिंसा की प्रशंसा की गई है और इस तरह यह ट्विटर के नियमों का उल्लंघन है। हालांकि ट्विटर ने ट्रंप के इस ट्वीट को डिलीट नहीं किया है। ट्विटर ने इसी हफ्ते ट्रंप के 2 ट्वीट का फैक्ट चेक भी किया था जिस पर ट्रंप ने नाराजगी जताई थी। अपने ट्वीट पर ट्विटर की टिप्पणी पर ट्रंप ने कहा कि यह वेबसाइट चीन या रेडिकल लेफ्ट डेमोक्रेटिक पार्टी के झूठ और प्रचार के खिलाफ कुछ नहीं करती है, इन्होंने सिर्फ रिपब्लिकन कंजरवेटिव और अमेरिका के राष्ट्रपति को निशाना बनाया है।
आमतौर पर इस तरह की घटनाओं पर ट्रंप ने पहले कभी प्रतिक्रिया नहीं दी, इसलिए सामाजिक कार्यकर्ता उनके इस ट्वीट को चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं। अमेरिका में नवंबर में चुनाव होने हैं। चुनाव में ट्रंप के विरोधी और डेमोक्रेट पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन ने फ्लॉयड की हत्या को ‘खुला घाव’ करार दिया है।