व्हाइट हाउस ने भारतीय इंजीनियर की हत्या पर कहा : कंसास से मिली खबरें चिंताजनक
व्हाइट हाउस ने अमेरिका में यहूदी समुदाय के खिलाफ कथित घृणा अपराधों की भी निंदा की है। दैनिक संवाददाता सम्मेलन में व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव सीन स्पाइसर ने कहा, कंसास से मिल रही प्रारंभिक खबरें चिंता पैदा करने वाली हैं।
अमेरिकी पूर्व नौसैन्य कर्मी एडम पुरिंटन ने श्रीनिवास कुचिभोटला :32: की गोली मारकर हत्या कर दी और 32 वर्षीय आलोक मदसानी को घायल कर दिया। एडम ने नस्लीय टिप्पणी करते हुए उन्हें कहा मेरे देश से बाहर निकल जाओ।
कंसास के ओलाथे में ऑस्टिन्स बार एंड ग्रिल में हुई गोलीबारी की इस घटना में 24 वर्षीय अमेरिकी इयान ग्रिलोट ने बीच बचाव करने की कोशिश की और वह भी इस दौरान घायल हो गया।
स्पाइसर ने यहूदी समुदाय के खिलाफ कथित घृणा अपराधों की भी निंदा की और कहा कि धर्म एवं नस्ल के आधार पर हिंसा का कोई स्थान नहीं है।
स्पाइसर ने कहा, हमारे देश की स्थापना के समय से ही हम हमारे नागरिकों के प्रार्थना करने की स्वतंत्रता के अधिकार की रक्षा करने के प्रति समर्पित है। किसी को अपनी पसंद के धर्म का स्वतंत्रता से एवं खुलकर पालन करने से डरना नहीं चाहिए। राष्ट्रपति हमारे देश के इस मूल सिद्धांत की रक्षा के प्रति समर्पित हैं।
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव ने कहा, मैं कानूनी एजेंसियों के कहने से पहले कुछ नहीं कहना चाहता लेकिन मुभुासे कंसास में हुई गोलीबारी के बारे में पूछा गया। हालांकि घटनाक्रम के बारे में पूरी जानकारी अभी धीरे धीरे मिल रही है लेकिन कंसास से मिली शुरूआती खबरें भी उतना ही परेशान करने वाली हैं।
संघीय जांच ब्यूरो स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर इस घटना की जांच कर रहा है। इस घटना ने पूरे भारतीय अमेरिकी समुदाय और अमेरिका में पढ़ रहे या काम कर रहे सैकड़ों भारतीयों को स्तब्ध कर दिया है। स्पाइसर ने कहा कि ट्रंप यहूदी कब्रिस्तानों पर तोड़फोड़ की खबरों से भी चिंतित एवं निराश हैं।
अमेरिकी कंपनी ने मारे गये भारतीय इंजीनियर की पत्नी की ओर बढ़ाया मदद का हाथ
अमेरिकी कंपनी गार्मिन ने मारे गये भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचीभोटला की पत्नी को भारत में अपने पति के अंतिम संस्कार के बाद वापस अमेरिका लौटने में मदद देने का अश्वासन दिया है। श्रीनिवास गार्मिन कंपनी में कार्यरत थे।
कन्सास बार में हुयी गोलीबारी में अपने पति को खोने वाली सुनयना डुलामा ने अमेरिका में रहने को लेकर चिंता व्यक्त की थी कि उनका यात्रा वीजा अवैध हो जाएगा और फिर वह अमेरिका में रहना जारी रखने के लिए अयोग्य हो जाएंगी।
सुनयना ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था, गार्मिन को यह सुनिश्चित करना होगा कि मैं अपनी इच्छा से इस देश में वापस आ सकूं और अपनी मर्जी के क्षेत्र में सफल होने के उसके सपनों को पूरा कर सकूं।
कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि कुचीभोटला के पास वर्क परमिट या एच 1 बी वीजा था और सुनयना के पास एच 4 वीजा था। कुचीभोटला मुख्य वीजा धारक था जिसके कारण उसकी पत्नी को अमेरिका में रहने और काम करने की अनुमति थी।
सुनयना ने कहा, मेरे पति ढेर सारे सपने लेकर अमेरिका आए थे। हमने कन्सास को अपना घर बनाया था, हमने ओलाथे को अपना घर बनाया। गार्मिन कंपनी के कानूनी सलाहकार के साथ इसके आव्रजन वकील सुनयना के यात्रा संबंधित प्रबंधों पर काम कर रहे हैं। भाषा