मोदी का भारतीय समुदाय को संबोधन, न्यू इंडिया में भारत-जापान संबंध और मजबूत होंगे
जापान यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोद ने कहा है कि न्यू इंडिया में भारत और जापान के रिश्ते और मजबूत होंगे। उन्होंने हाल के चुनाव में हिस्सा लेने के लिए भारतीय समुदाय का आभार जताया। दुनिया के सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में 61 करोड़ मतदाताओं ने हिस्सा लिया था।
भारत के लिए जापान महत्वपूर्ण भागीदार
मोदी यहां शुक्रवार को ओसाका में होने वाली जी20 समिट में हिस्सा लेने के लिए आए हैं। कोबे में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि विश्व के साथ भारत के रिश्तों की बात आती है तो जापान महत्वपूर्ण भागीदार साबित होता है। भारत-जापान के रिश्ते कई सदियों पुराने हैं। ये रिश्ते एक-दूसरे की संस्कृति और सभ्यता के प्रति सौहार्द और सम्मान पर आधारित हैं।
वाजपेयी ने ग्लोबल पार्टनरशिप विकसित की
मोदी ने कहा कि करीब दो दशक पहले प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री योशिरो मोरी ने हमारे संबंधों को ग्लोबल पार्टनरशिप के तौर पर विकसित किए। 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्हें प्रधानमंत्री शिंजो एबे के साथ मित्रता को मजबूत करने का अवसर मिला। न्यू इंडिया में ये रिश्ते और मजबूत होंगे।
विवेकानंद और सुभाष बोस के योगदान को भी याद किया
उन्होंने जापान के साथ भारत के संबंध मजबूत करने में स्वामी विवेकानंद, रवींद्रनाथ टैगोर, महात्मा गांधी, नेता सुभाष चंद्र बोस, जस्टिस राधाबिनोद पाल और कई अन्य भारतीयों के योगदान को याद किया। दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार जापान यात्रा पर पहुंचे मोदी ने कहा कि भारत के लोगों ने एक बार फिर उन पर भरोसा जताया है। इससे उन पर और बड़ी जिम्मेदारी आ गई है।
भारतीय समुदाय के लोगों ने चुनाव में काम किया
उन्होंने आम चुनाव में भारतीय समुदाय के लोगों के योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि अनेक भारतीय जापान से भारत आए और जमीनी स्तर पर काम किया। कई लोगों ने ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल करके लोकतांत्रिक प्रक्रिया का संदेश फैलाया। उन्होंने कहा कि 1971 के बाद पहली बार देश ने किसी सरकार को प्रो-इंकम्बेंसी जनादेश दिया। यह जीत सत्य और लोकतंत्र की जीत है।
नए जनादेश से दुनिया के साथ संबंध मजबूत होंगे
मोदी ने कहा कि बहुमत पाने वाली सरकार को विदेश संबंधों में फायदा मिलता है। जनादेश के जरिये न्यू इंडिया की उम्मीदों और आकांक्षाएं पूरी करने के लिए हमें जनादेश मिला है। इससे दुनिया के साथ संबंधों में मजबूती आएगी। हम सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास का नारा लेकर चल रहे हैं। इससे भारत पर दुनिया के विश्वास को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी। कोबे यात्रा के दौरान मोदी की उपस्थिति में अहमदाबाद-कोबे सिस्टर सिटी पार्टनरशिप के लिए लेटर ऑफ इंटेंट का आदान-प्रदान किया गया।