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09 May 2016

उत्तर कोरिया ने बीबीसी के तीन पत्रकारों को निकाला

गूगल

संवाददाता रूपर्ट विंगफील्ड हेज और उनकी टीम शुक्रवार को रवाना होने वाली थी। उत्तर कोरिया की यात्रा पर उनके साथ नोबेल पुरस्कार से सम्मानित लोग भी थे। पत्रकारों को हवाईअड्डे पर रोका गया, हिरासत में लिया गया और उनसे पूछताछ की गई।

उत्तर कोरिया की नेशनल पीस कमेटी के महासचिव ओ रयोंग ने बताया कि विंगफील्ड हेज की न्यूज कवरेज के दौरान तथ्यों में तोड़ मरोड़ किया गया और व्यवस्था और देश के नेतृत्व के बारे में बुरी बातें कही गईं। उन्होंने बताया कि विंगफील्ड ने एक माफीनामा लिखा। उन्हें आज निष्कासित कर दिया गया और उन्हें फिर कभी देश में घुसने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

बीबीसी ने कहा कि विंगफील्ड के निर्माता मारिया बायर्न और कैमरामैन मैथ्यू गोडार्ड को भी हिरासत में लिया गया और निष्कासित कर दिया गया। ये तीनों लोग सोमवार की शाम एक उड़ान से बीजिंग पहुंचे। बीबीसी ने एक बयान में कहा है कि वे इस बात को लेकर बहुत परेशान हैं कि उनके संवाददाता रूपर्ट विंगफील्ड हेज और उनकी टीम के समाचार संग्रहण पर सरकार के  ऐतराज करने के बाद उन्हें उत्तर कोरिया से स्वदेश भेज दिया गया।

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बीबीसी ने उम्मीद जताई कि वर्कर्स पार्टी की कांग्रेस को कवर करने के लिए आमंत्रित किए गए चारों कर्मचारी उत्तर कोरिया में बने रहेंगे और उन्हें रिपोर्टिंग जारी रखने दी जाएगी। बीते 36 साल में उत्तर कोरिया की वर्कर्स पार्टी की कांग्रेस को कवर करने के लिए 100 से अधिक विदेशी पत्रकार देश की राजधानी पहुंचे हुए हैं। हालांकि उन्हें कार्यवाही को वास्तविक रूप से कवर करने से काफी हद तक रोक दिया गया है। करीब 30 पत्रकारों को आखिरकार आज कांग्रेस की झलक पाने के लिए करीब 10 मिनट का वक्त दिया गया।

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TAGS: उत्तर कोरिया, पत्रकार, बीबीसी, प्योंगयांग, देश की गरिमा, विदेशी मीडिया
OUTLOOK 09 May, 2016
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