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22 November 2015

धर्म को आतंकवाद से अलग करना होगा: नरेंद्र मोदी

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नरेंद्र मोदी ने कुआलालंपुर में स्वामी विवेकानंद की एक प्रतिमा का अनावरण करने के बाद कहा कि एशिया की समस्याओं का समाधान विवेकानंद के संदेशों में निहित है। अगर हम विवेकानंदजी की एक बात पर भी अमल करते हैं तो आने वाली शताब्दी के लिए कुछ न कुछ देकर ही जायेंगे।

मोदी ने कहा कि आज आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वामिग की चर्चा हो रही है। लेकिन हमारी ही धरती से महात्मा बुद्ध ने शांति, अहिंसा का संदेश दिया था। उन्होंने कहा कि जब आतंकवाद की बात आती है तब बुद्ध, विवेकानंद के संदेशों में इसका समाधान भी है। इसमें कहीं भी संघर्ष की बात नहीं है और जब संघर्ष की बात न हो तब हिंसा और आतंक हो ही नहीं सकता है।

धर्म को आतंकवाद से अलग करना होगा

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकी घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए कहा है आज आतंकवाद का साया पूरी दुनिया पर पड़ चुका है। इसकी कोई सीमा नहीं है। उन्‍होंने धर्म को आतंकवाद से अलग करने पर जोर देते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में राजनीतिक संतुलन का विचार नहीं आना चाहिए। किसी भी देश को आतंकवाद का इस्तेमाल या समर्थन नहीं करना चाहिए। उन्होंने आतंकवाद के विरूद्ध नए वैश्विक प्रण और रणनीति बनाने पर जोर दिया है।

प्रधानमंत्री ने 10वें पूर्वी एशियाई शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन में कहा कि वह आतंकवाद को धर्म से अलग करने की प्रतिबद्धता और हर आस्था को परिभाषित करने वाले मानवीय मूल्यों को आगे बढ़ाने के प्रयासों का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि इस मंच से हम अक्सर आतंकवाद पर किसी एक क्षेत्र की समस्या के रूप में विचार करते हैं। लेकिन पेरिस, अंकारा, बेरूत अौर माली की धरती और रूसी विमान पर हुए बर्बर आतंकी हमले इस बात को याद दिलाने के लिए काफी हैं कि आतंकवाद का साया हमारे समाजों और विश्वभर में फैल चुका है। विश्व भर से हो रही आतंकवादियों की भर्तियों और उनके द्वारा दुनिया भर में आतंकी हमले करना इस बात का सबूत है।

इंटरनेट काे आतंक की भर्ती का केंद्र नहीं बनने देना 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है, यह सुनिश्चित करना जरूर है कि इंटरनेट आतकवाद के लिए भर्तियों का केंद्र न बन जाए। अपनी मलेशिया यात्रा के दूसरे दिन भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए उन्‍होंने कहा कि भारत को उसकी विविधता से ताकत मिलती है।  

सिंगापुर में संबोधन के लिए मोदी ने मांगी राय

सिंगापुर की यात्रा पर जाने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के बारे में भारतीय समुदाय के लोगों से उनके विचार मांगे हैं। उन्‍होंने कहा कि इस यात्रा में बंदरगाह, शहरीकरण और कौशल विकास जैसे क्षेत्राें में सहयोग पर मुख्य जोर होगा।

प्रधानमंत्री मोदी 23-24 नवंबर को सिंगापुर की यात्रा पर जा रहे हैं जहां वह दूसरे दिन भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करेंगे। उनका सिंगापुर के शीर्ष नेतृत्व और शीर्ष कारोबारी समुदाय के लोगों से भी मिलने का कार्यक्रम है। मोदी ने कहा, मेरी यह यात्रा एेसे समय में होने जा रही है जब हम भारत-सिंगापुर के मजबूत संबंधों के 50 वर्ष मना रहे हैं। भारत के लिए सिंगापुर का काफी महत्व है। सिंगापुर, भारत में शीर्ष निवेशक है और कई भारतीय कंपनियां सिंगापुर में अपना विस्तार कर रही हैं।

 

 

 

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TAGS: प्रधानमंत्री, नरेंद्र मोदी, मलेशिया, धर्म, आतंकवाद, स्‍वामी विवेकानंद, आसियान
OUTLOOK 22 November, 2015
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