आतंकवाद को लेकर संयुक्त राष्ट्र का बड़ा बयान, दी यह सलाह
दिल्ली में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद विरोधी समिति की बैठक में एक संदेश में उन्होंने विभिन्न आतंकवादी समूहों द्वारा गलत सूचना फैलाने, कलह भड़काने और युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के लिए नई तकनीकों के दुरुपयोग पर चिंता व्यक्त की।
इस बैठक में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सभी 15 सदस्य देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा, "नई और उभरती प्रौद्योगिकियों में हर जगह मानवीय स्थितियों में सुधार करने की बेजोड़ क्षमता है, अफसोस की बात है कि कई लोगों द्वारा उनका दुरुपयोग भी किया है।"
महासचिव ने कहा, "घृणास्पद विचारधारा वाले आतंकवादी और अन्य लोग नई और उभरती प्रौद्योगिकियों का दुरुपयोग कर रहे हैं। वे दुष्प्रचार, कलह, कट्टरपंथ को बढ़ावा देकर लोगों को अपने साथ भर्ती कर रहे हैं।"
गुतरेस ने कहा कि डिजिटल क्षेत्र में सभी मानवाधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध रहते हुए हमें इन कमजोरियों को कम करने के लिए ठोस उपाय अपनाने चाहिए। यह केवल प्रभावी बहुपक्षवाद और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से हासिल किया जा सकता है, जो संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मूल्यों और दायित्वों और मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा में हमारी प्रतिक्रियाओं का समर्थन करता है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के अलावा, वैश्विक विशेषज्ञों और प्रमुख एजेंसियों द्वारा बैठक में भाग ले रहे है। जिसका उद्देश्य आतंकवादी उद्देश्यों के लिए प्रौद्योगिकियों के उपयोग से उत्पन्न खतरों पर चर्चा करना है।