बांग्लादेश में सात जनवरी को होंगे आम चुनाव, शेख हसीना की पार्टी की प्रदर्शन पर भारत की नजर
बांग्लादेश में अगले साल सात जनवरी को आम चुनाव होंगे। देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बुधवार को यह घोषणा की। मुख्य निर्वाचन आयुक्त काजी हबीबुल अवल ने राष्ट्र के नाम एक संबोधन के दौरान चुनाव तिथि की घोषणा की। उनके इस संबोधन का टेलीविजन पर सीधा प्रसारण किया गया। गौरतलब है कि शेख हसीना की पार्टी पर भारत की नजर होंगी क्योंकि माना जाता है कि उनका रुख भारत के प्रति नरम रहता है।
देश में आम चुनाव की तारीखों का ऐलान तब हुआ है जबकि विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) और जमात-ए-इस्लामी जैसे उसके धुर दक्षिणपंथी सहयोगियों ने प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार के इस्तीफे की मांग करते हुए एक अभियान चलाया हुआ है। इन विपक्षी दलों की मांग है कि देश में शेख हसीना की सरकार को हटाकर एक अंतरिम सरकार का गठन किया जाना चाहिए और उसके नेतृत्व में ही आम चुनाव कराए जाने चाहिए।
सत्तारूढ़ अवामी लीग ने इस मांग को खारिज कर दिया और कहा है कि चुनाव मौजूदा प्रधानमंत्री के पद पर बने रहते हुए ही होंगे। अवामी लीग ने बीएनपी को एक आतंकवादी संगठन करार देते हुए उसके साथ बातचीत करने से भी इनकार कर दिया है। बांग्लादेश में 28 अक्टूबर से विपक्षी दल अपनी मांग के समर्थन में वाहनों की नाकेबंदी कर रहे हैं तथा पुलिस और प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के साथ उनकी झड़पें हो रही हैं। देश में पिछले तीन हफ्तों में हुई राजनीतिक हिंसा में एक पुलिसकर्मी समेत कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई है।
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक देशव्यापी स्तर पर की गयी कार्रवाई में बीएनपी महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर समेत करीब 8,000 विपक्षी नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। अमेरिका सहित अन्य पश्चिमी देशों ने बांग्लादेश में अवामी लीग, बीएनपी और जातीय पार्टी से राजनीतिक समाधान तलाशने का आह्वान किया है।