जोको विडोडो के फिर से इंडोनेशिया का राष्ट्रपति चुने जाने के विरोध में भड़की हिंसा, छह की मौत
जोको विडोडो के फिर से पांच साल के लिए इंडोनेशिया का राष्ट्रपति चुने जाने के विरोध में हिंसा शुरू हो गई है। इसमें कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और 200 अन्य घायल हो गए।
इंडोनेशिया में अप्रैल में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हुआ था, जिसके परिणाम की औपचारिक घोषणा मंगलवार को हुई, जिसमें बताया गया कि राष्ट्रपति जोको विडोडो फिर राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत गये हैं। विडोडो के प्रतिद्वंदवी और विशेष बल के पूर्व कमांडर प्राबोवो सुबियांटो ने इस घोषणा को स्वीकार करने से इनकार कर दिया और चुनाव में बड़े पैमान पर फर्जीवाड़े का आरोप लगाया।
पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले
सुबियांटो के समर्थक सड़कों पर उतर आए और चुनाव परिणाम की मान्यता को खारिज करने लगे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस अधिकारियों के साथ झड़प हुई और पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। प्रदर्शनकारी आज सुबह से ही चुनाव निगरानी एजेंसी के दफ्तर के बाहर एकत्रित होने लगे हैं। कुछ प्रदर्शनकारियों ने हमले के लिए पास के एक पुलिस स्टेशन में घुसने का भी प्रयास किया। प्रबोवो के एक समर्थक अफी सिकंबांग का कहना है कि जब तक विडोडो की सरकार गिर नहीं जाती तब तक हम विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।'
इंडोनेशियाई अधिकारियों का कहना है कि 32,000 पुलिस और सेना के जवान सुरक्षा बनाए रखने के लिए जकार्ता में ड्यूटी पर हैं। दंगा भड़काने के लिए लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सुरक्षा अधिकारी घटनास्थल पर तैनात हैं, जिसमें सैन्यकर्मी भी शामिल हैं।
आम चुनाव आयोग ने मंगलवार को अनौपचारिक वोटों की गिनती के बाद बताया कि 17 अप्रैल को हुए चुनाव में विडोडो को 55.5 प्रतिशत और प्रबोवो को 44.5 प्रतिशत वोट मिले हैं। इस परिणाम के बाद प्रबोवो ने संवाददाताओं से कहा कि उनके साथ बड़ा धोखा हुआ है।
जताया गया था जीत का पूर्वानुमान
अनधिकृत आंकड़ों में विडोडो की जीत का पूर्वानुमान जताया गया था, लेकिन सुबियांतो (67) ने मतदान में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए विडोडो की जीत को चुनौती देने का संकल्प लिया था और चेताया था कि इससे इंडोनेशिया में विरोध प्रदर्शन शुरू हो सकता है।
पुलिस ने पिछले सप्ताह बताया था कि उसने इस्लामिक स्टेट से जुड़े कई आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। इनमें कुछ आतंकवादियों ने चुनाव के बाद किसी प्रदर्शन में बम विस्फोट करके अराजकता पैदा करने का षड्यंत्र रचा है। इसके बाद से देश में तनाव बढ़ गया है।
(एजेंसी इनपुट)