रोज़े के दौरान पानी पीने पर की गई पत्रकारों की पिटाई
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना पाकिस्तानी डिन न्यूज चैनल की टीम के साथ उस समय घटित हुआ जब हक्कानी मस्जिद में चल रहे एक खास कार्यक्रम को कवर करने के लिए पत्रकार वहां गए थे। हालांकि हमले के बाद मस्जिद के दो मौलवियों ने पुलिस की पूछताछ में ये बात स्वीकार कर ली है कि उन्होंने कैमरा तोड़ा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, रोज़े के दौरान पानी पीने को लेकर डिन न्यूज चैनल के कैमरामैन रशीद अजीम और मस्जिद के मौलवियों के बीच विवाद शुरु हुआ था। रशीद के पानी पीने पर वहां मौजूद एक मौलवी ने उससे सवाल किया कि रमजान के पाक महीने में रोजे क्यों नहीं रखे? इसके बाद दोनों के बीच मस्जिद में कहासुनी हुई, जिसके बाद हाथापाई शुरु हो गई। रशीद ने बताया कि इस दौरान उसका कैमरा भी छीन लिया गया। रशीद ने कैमरा तोड़ने का आरोप भी लगाया है।
वहीं, मस्जिद में मौजूद अन्य मौलवियों ने आरोप लगाया कि कैमरा तोड़ने की घटना उस दौरान हुई जब वहां की फोटो और वीडियो बनाने से रोकने पर भी पत्रकार नहीं माने। इस दौरान मस्जिद के लोगों ने टीवी चैनल के वैन पर पत्थर भी फेकें। इस दौरान डिन न्यूज चैनल के लोगों पर पत्थर भी फेंके गए। दोनों पार्टियों ने पुलिस में एक-दूसरे के खिलाफ केस भी दर्ज करा दिया है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में रमजान की पवित्रता के कानून के तहत अगर गुनाह साबित हो जाता है तो तीन महीने की सजा और जुर्माना भी लगाया जा सकता है। पाकिस्तान में इस कानून को एहतराम-ए-रमजान अध्यादेश कहा जाता है। कानून के तहत रमजान के पाक महीने में रोजे के दौरान कुछ भी खाना या पीना अपराध होता है।