मणिशंकर अय्यर बोले, two nation theory के पहले समर्थक सावरकर हैं भारत में सत्ता में बैठे लोगों के वैचारिक गुरु
पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने कहा है कि द्विराष्ट्र के सिद्धांत (two nation theory) के पहले समर्थक अखिल भारतीय हिंदू महासभा के नेता विनायक दामोदर सावरकर अभी भारत की सत्ता में बैठे लोगों के वैचारिक गुरु हैं। अय्यर अभी पाकिस्तान के शहर लाहौर में एक कार्यक्रम में भाग लेन गए हैं। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के कारण कांग्रेस से निकाल दिया गया था।
उन्होंने कहा कि भारत की वर्तमान स्थिति असमान्य है। 1923 में वीडी सावरकर नाम के एक व्यक्ति ने एक नए शब्द ‘हिंदुत्व’ की खोज की। यह शब्द अभी तक किसी धार्मिक पुस्तक में नहीं था।
Present situation in India is an aberration, In 1923 a man called VD Savarkar invented a word which doesn't exist in any religious text, 'Hindutva'. So first proponent of the two nation theory was ideological guru of those who are currently in power in India: MA Aiyar in Lahore pic.twitter.com/2C0ovEPRBI
— ANI (@ANI) May 7, 2018
अय्यर ने कहा कि मैंने जब जिन्ना को कायदे आजम कहा तो भारतीय टीवी एंकरों ने यह पूछना शुरू कर दिया कि कैसे कोई भारतीय पाकिस्तान में जा कर ऐसा बोल सकता है। उन्होंने कहा कि मैं कई पाकिस्तानियों को जानता हूं जो एमके गांधी को महात्मा गांधी कह कर संबोधित करते हैं। क्या इसका मतलब है कि वे देशभक्त पाकिस्तानी नहीं हैं?
I referred to Jinnah as the Quaid e Azam & the hysterical Indian TV anchors are demanding to know how an Indian can go to Pakistan and say this. I know many Pakistanis who called MK Gandhi as Mahatma Gandhi, does that make them unpatriotic Pakistanis?: M S Aiyar in Lahore pic.twitter.com/gxqLUcEHLM
— ANI (@ANI) May 7, 2018
अय्यर ने कहा कि 70 फीसदी भारतीयों ने पिछले चुनाव में मिस्टर मोदी को वोट नहीं दिया था पर वे अलग-अलग गुटों में थे इस कारण हार गए। मुझे उम्मीद है कि 70 फीसदी लोगों की यह विशाल संख्या एकजुट होकर देश में असामान्य हालात पैदा करने वाले लोगों को हटाएगी।
अय्यर ने रविवार को लाहौर विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित सम्मेलन 'थ्रेट टू सिक्युरिटी इन द ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी; फाइंडिंग ए ग्लोबल वे फॉरवर्ड' सम्मेलन में भाग लिया।
इससे पहले फरवरी में कराची में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे अय्यर ने कहा था कि मैं पाकिस्तान से प्यार करता हूं, क्योंकि मैं भारत से भी प्यार करता हूं। जब उनके इस बयान को लेकर भारत में विवाद हुआ, तो उन्होंने कहा कि मुझे भारत से जितनी नफरत मिलती है, पाकिस्तान से उतना ही प्यार मिलता है। मुझे वे लोग भी गले लगाते हैं करते हैं, जिन्हें मैं नहीं जानता. इसलिए मुझे यहां मजा आता है। यहां लोग मेरे लिए तालियां बजाते हैं, क्योंकि मैं शांति की बातें करता हूं।