पाकिस्तान की संसद में ‘हिंदुस्तान की तारीफ’, अमेरिकी बर्ताव पर विदेश मंत्री कुरैशी ने कहा- पाक और भारत को अलग-अलग प्लेटफार्म पर देखना चाहता है
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर शनिवार को मतदान कराया जाएगा। इसे लेकर पक्ष विपक्ष अपने अपने तर्क दे रहा है। इस दौरान शनिवार को एक बार फिर से विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपने भाषण में एक बार नहीं, बल्कि कई बार भारत का जिक्र किया और भारत की जिंदाबाद विदेश नीति की तारीफ की। भारत की विदेश नीति पूरी तरह से आजाद है। उऩ्होंने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान और भारत को अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वे भारत को चीन की नजर से देखते हैं। पीटीआई सरकार सभी के साथ अच्छे संबंध चाहती है और रूस, चीन सहित हमारी राजनयिक पहुंच का विस्तार करती है।
शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि देश फैसला करेगा। भूल जाओ कि मैं पीटीआई के सदस्य के रूप में बोल रहा हूं। मैं अब एक पाकिस्तानी के रूप में बोल रहा हूं, कृपया इस देश को संवैधानिक संकट में न डालें। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक संप्रभु राज्य है ... मैं रिकॉर्ड में लाना चाहता हूं कि यूएस एनएसए ने पाकिस्तान के एनएसए को बुलाया और हमें (रूस) नहीं जाने का आदेश दिया। इस तरह से किस देश को आदेश दिया गया है? कुरैशी ने कहा कि, 'हमने अमेरिका से भारत की शिकायत की, लेकिन हमें कहा गया, कि भारत हमारा पार्टनर है और हम चीन को रोकने के लिए एक दूसरे के साथ हैं।'
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को सुनाए अपने फैसले में अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने के डिप्टी स्पीकर के आदेश को रद कर दिया था। सरकार की कोशिश है कि विदेशी साजिश पर चर्चा हो जबकि विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग चाहता है। आज हो रही नेशनल असेंबली की कार्यवाही में इमरान खान शामिल नहीं हुए हैं। बता दें कि शुरुआती हंगामे के बाद नेशनल असेंबली की कार्यवाही दोपहर 12:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी, लेकिन ये कार्यवाही दोबारा शुरू हुई है।