देश छोड़ने की फिराक में थे राष्ट्रपति गोटाबाया के भाई बेसिल राजपक्षे, दुबई जाने वाली फ्लाइट में चढ़ने से रोका
आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के इस्तीफा देने के ऐलान के बाद अब उनके परिवार के सदस्य देश छोड़ने की फिराक में हैं। आज देश से फरार होने की कोशिश करते हुए श्रीलंका के पूर्व वित्तमंत्री और राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के भाई बासिल राजपक्षे पकड़े गए। श्रीलंकन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बासिल राजपक्षे, जो देश के वित्तमंत्री थे, और जिन्होंने पिछले दिनों, श्रीलंका के आर्थिक संकट में फंसने के बाद इस्तीफा दिया था, वो अपने परिवार के साथ श्रीलंका से भागने की फिराक में थे।
बता दें कि जब श्रीलंका में राजपक्षे परिवार का शासन था, उस वक्त बासिल राजपक्षे देश के वित्त मंत्री हुआ करते थे। यानि, सबसे बड़ा भाई, महिंदा राजपक्षे देश का प्रधानमंत्री, उससे छोटा भाई गोटाबाया राजपक्षे देश के राष्ट्रपति और सबसे छोटा भाई बासिल राजपक्षे देश का वित्तमंत्री। लिहाजा, श्रीलंका के लोगों में राजपक्षे परिवार के खिलाफ भारी गु्स्सा है और पिछले हफ्ते श्रीलंकन लोगों ने राष्ट्रपति भवन को भी घेर लिया था, जिसके बाद राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को अपने परिवार के साथ भागना पड़ा था और अभी तक पता नहीं चल पाया है, कि देश के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे फरार होकर कहां भागे हैं, जबकि कई रिपोर्ट्स में कहा गया है, कि राष्ट्रपति गोटाबाया देश छोड़कर जा चुके हैं।
गौरतलब है कि इस समय श्रीलंका आर्थिक संकट की मार झेल रहा है और देश का विदेशी मुद्रा भंडार खाली हो चुका है और श्रीलंका के पास ना पेट्रोल है और ना ही डीजल। माना जाता है कि, राजपक्षे सरकार की खराब आर्थिक नीतियों की वजह से देश में ये आर्थिक संकट आया है और पिछले हफ्ते श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघ ने देश की संसद में ऐलान किया था, कि अब श्रीलंका दिवालिया हो चुका है। श्रीलंका में पिछले कई महीनों से प्रदर्शन किए जा रहे हैं और राजधानी कोलंबो में एक चौराहे पर मार्च महीने से लोग श्रीलंका की राजपक्षे सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, स्थिति उस वक्त बिगड़ी, जब हजारों लोगों की भीड़ पर श्रीलंका की पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागने शुरू कर दिए। जिससे भड़के लोगों ने राष्ट्रपति आवास की तरफ कूच करना शुरू कर दिया। वहीं, हजारों की संख्या में लोग अभी भी राष्ट्रपति भवन में डटे हुए हैं।