पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ की हालत गंभीर, डॉक्टर ने कहा- अगले 36 घंटे महत्वपूर्ण
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अस्पताल में भर्ती हैं। पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, डॉक्टरों का कहना है कि उनकी हालत गंभीर है। पिछले सोमवार उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। भ्रष्टाचार के मामले में वह जेल में थे। उनका प्लेटलेट काउंट अचानाक बहुत कम हो गया था जिसके बाद डॉक्टरों ने अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह दी थी। इस्लामाबाद की अदालत ने अजीजिया भ्रष्टाचार मामले में उन्हें मंगलवार तक की जमानत दी थी। हाई कोर्ट ने उनकी जमानत की अवधि आठ हफ्ते बढ़ा दी है।
‘जिंदगी के लिए जंग लड़ रहे हैं’
सोमवार को जब 69 साल के शरीफ को अस्पताल में भर्ती कराया गया था तो प्लेटलेट काउंट मात्र 2000 रह गया था। उनके पर्सनल डॉक्टर डॉ. अदनान खान ने लगातार ट्वीट करके बताया कि उनकी हालत बेहद गंभीर है और वह जिंदगी के लिए जंग लड़ रहे हैं। पाकिस्तान के एक न्यूज जैनल के मुताबिक, 'लो प्लैटलेट काउंट, लो ब्लड प्रेशर और लो शुगर की वजह से उनकी किडनी भी प्रभावित हुई है। शनिवार को शरीफ को इलाज के दौरान ऐंजिना अटैक भी हुआ।' नवाज शरीफ को सीने में तेज दर्द की शिकायत थी क्योंकि हार्ट में खून का बहाव कम हो गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर कम होने की वजह से उनकी जिंदगी को खतरा है।
‘सात किलो घटा वजन’
डॉक्टर ने बताया, 'हालत ज्यादा खराब होने की वजह से उनकी कई जांच संभव नहीं हो पाई हैं।' शरीफ मेडिकल सिटी के डॉक्टर ने कहा कि शरीफ के खराब स्वास्थ्य की वजह से उनकी जांच करने में भी खतरा है। रविवार की रिपोर्ट के मुताबिक उनका प्लेटलेट काउंट एक दिन में ही 45,000 से 25,000 पर आ गया। जब से नवाज शरीफ को अस्पताल में भर्ती कराया गया है उनका वजन सात किलो घट गया है। वह 107 किलो के थे लेकिन अब 100 किलो के हैं।
जेल में सजा काट रहे थे शरीफ
शरीफ भ्रष्टाचार के मामले में कोट लखपत जेल में सजा काट रहे थे लेकिन इन दिनों एक अन्य मामले में उनका परिवार नैशनल अकाउंटबिलिटी ब्यूरो की हिरासत में था। 24 दिसंबर 2018 में एनएबी ने उन्हें अल अजीजिया स्टील मिल करप्शन केस में सात साल कैद की सजा सुनाई थी। इसके अलावा एक अन्य केस में उन्हें बरी कर दिया गया था। कोर्ट ने सजा सुनाते हुए कहा था कि शरीफ के खिलाफ ठोस सबूत हैं और वह अपने धन का ब्यौरा देने में असमर्थ रहे हैं।