खूनी पहाड़ से जिंदा लौटी फ्रेंच पर्वतारोही
किलर माउंटेन के नाम से पहचाने जाने वाले पाकिस्तान के ननगा पर्बत से फ्रांसीसी पर्वतारोही को बचाव दल ने खोज निकाला। इस काम में पोलैंड की सबसे शानदार पर्वतारोही टीम ने मदद दी थी। डॉक्टरों का कहना है कि एलिजाबेथ रिवोल बच गई हैं लेकिन संभव है उन्हें बड़ी सर्जरी से गुजरना पड़े।
चमत्कारिक रूप से जिंदा बच गईं फ्रांसीसी पर्वतारोही एलिजाबेथ रिवोल के पैर के अंगूठे काटने पड़ेंगे। फ्रॉस्टबाइट ने उनके अंगूठे को बुरी तरह प्रभावित किया है। एलिजाबेथ को फिलहाल इस्लामाबाद के निजी अस्पताल में रखा गया है।
एलिजाबेथ अपने साथी त्या मैकवी के साथ 7,400 मीटर (24,280 फुट) की ऊंचाई पर चढ़ते उस समय फंस गई थीं जब वह ननगा पर्बत के शिखर पर पहुंचने की कोशिश में थीं। बर्फीले तूफान ने उनका रास्ता रोक दिया और सैटेलाइट फोन के जरिए उन्होंने पाकिस्तान के दूसरे सबसे ऊंचे शिखर पर मदद की गुहार लगाई थी।
एलिजाबेथ के सिर्फ पैर के अंगूठे बेकार हुए हैं जबकि उनके साथी मैकवी की स्थिति गंभीर है। उन्हें फ्रॉस्टबाइट के साथ साथ स्नो ब्लाइंडनेस का भी खतरा है। मदद का संदेश आते ही पोलिश पर्वतारोही दल ने अपनी यात्रा बीच में रोक कर इस बचाव अभियान में हिस्सा लिया। पोलिश दल के2 पर्वत चढ़ने की यात्रा में था। एलिजाबेथ के अपने साथी के साथ गुम हो जाने की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। बचाव दल ने उन दोनों को खोजने के बाद लिखा था, एलिजाबेथ मिल गई!!