जापान में कर्मचारियों को ट्रैक के बगल में बिठाकर गुजारते हैं बुलेट ट्रेन
जरा सोचिए, ट्रेन 300 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ रही हो और आपको ट्रैक के बगल में बैठना पड़े। सोचकर ही सिहरन पैदा हो जाती है। पर जापान में बुलेट ट्रेन का रख-रखाव करने वाले कर्मचारियों को इस अनुभव से गुजरना पड़ता है।
एक खास तरह के प्रशिक्षण के दौरान कर्मचारियों को सुरंग में प्रति घंटे 300 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही बुलेट ट्रेन की लाइन के ठीक बगल में बैठना पड़ता है। रेल कंपनी ने बुलेट ट्रेन की सुरक्षा के लिए अपनाई जाने वाली इस कवायद का बचाव किया है। कंपनी का कहना है कि इस प्रशिक्षण का मकसद कर्मचारियों को यह जताना है कि ट्रेन बहुत तेज रफ्तार से भागती है और उन्हें भी अपना काम गंभीरता से करने की जरूरत है।
बदलाव से इनकार
कंपनी जेआर वेस्ट ने बताया कि कुछ कर्मचारियों से शिकायतें मिली हैं, लेकिन इसमें बदलाव नहीं किया जाएगा। कंपनी के एक प्रवक्ता ने बताया कि जापान की चर्चित शिंकेनसेन बुलेट ट्रेन के रख-रखाव के लिए करीब 190 कर्मचारियों को प्रशिक्षण मिला है। उन्होंने कहा, ‘‘प्रशिक्षण के दौरान रख-रखाव कर्मचारियों को उनकी नौकरी के प्रत्येक महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में बताया जाएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रशिक्षण के दौरान हम सुरक्षा पर बहुत करीब से नजर रखते हैं।’’
कंपनी ने कहा कि खास उद्देश्य और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह प्रशिक्षण जारी रहेगा। अगस्त 2015 में हादसे के बाद जेआर वेस्ट ने इस प्रशिक्षण की शुरूआत की थी। सुरक्षा के लिए भले इस प्रशिक्षण से गुजरना जरूरी हो लेकिन कुछ कर्मचारियों के लिए यह दिल दहलाने वाला अनुभव साबित होता है। टोक्यो शिंबुन अखबार ने एक कर्मचारी के हवाले से कहा है, ‘‘यह खौफनाक अनुभव था।’’ एक अन्य कर्मचारी ने इस तजुर्बे को सजा की तरह बताया।